त्रिपुरा | Tripura Assembly Election: पिछले कई महीनों से त्रिपुरा चल रही राजनीतिक गरमा-गरमी और नेताओं की भागम भाग गुरूवार को वोटिंग के साथ ही शांत हो जाएगी। त्रिपुरा में 60 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए कल वोट डाले जाएंगे। त्रिपुरा के बड़े और कद्दावर नेता इस चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जिनकी किस्मत कल ईवीएम मशीन में कैद हो जाएगी। शांतिपूर्ण मतदान के लिए चुनाव आयोग ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं।
सत्ता वापसी के लिए पीएम मोदी तक ने लगाया जोर
गौरतलब है कि, त्रिपुरा विधानसभा में जीत के लिए सभी पार्टियां जोर-शोर से प्रचार किया हैं। बीजेपी की सत्ता में वापसी के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने जमकर रैलियां की हैं तो वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस की ओर से गांधी परिवार से किसी ने भी यहां प्रचार में रूचि नहीं दिखाई है, लेकिन माकपा नेतृत्व के बड़े नेताओं ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंकी है।
2 मार्च को खुलेगा किस्मत का ताला
त्रिपुरा में गुरूवार यानि 16 फरवरी को होने जा रहे मतदान के बाद राज्य के चुनावी परिणाम 2 मार्च को घोषित किए जाएंगे। ऐसे में कल वोटिंग के बाद सभी दिग्गज नेताओं की किस्मत ईवीएम में बंद हो जाएगी
इन दिग्गजों ने खेला चुनावी दांव
Tripura Assembly Election: आपको बता दें कि, इस बार त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा एक बार फिर से टाउन बोरडोवली विधानसभा से चुनावी मौदान में उतरे हैं। गौरतलब है कि, माणिक साहा कांग्रेस के पूर्व सदस्य रहे हैं और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के इस्तीफा देने के बाद साहा को सीएम बनाया गया था। इनके अलावा भाजपा प्रमुख राजीव भट्टाचार्य त्रिपुरा के बनमालीपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक भी अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र धनपुर से चुनाव लड़ रही हैं। अगर टीएमसी नेता की बात की जाए तो त्रिपुरा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष राजीव बनर्जी तो वहीं अगरतला से छह बार विधायक रहे कांग्रेस के कद्दावर नेता सुदीप रॉय बर्मन अगरतला से चुनावी मैदान में उतरे हैं।