मुंबई। चार दिन के नाटकीय घटनाक्रम के बाद शुक्रवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस करके इस्तीफा वापस लेने का ऐलान किया। उससे पहले एनसीपी अध्यक्ष के नाम पर फैसला करने के लिए बनी 15 सदस्यों की कमेटी की एक अहम बैठक हुई थी और बैठक के बाद प्रफुल्ल पटेल ने बताया था कि कमेटी ने शरद पवार का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। गौरतलब है कि पवार ने दो मई को एक कार्यक्रम में एनसीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था।
बहरहाल, शरद पवार ने एक दिन पहले गुरुवार को ही इस बात का संकेत दे दिया था वे इस्तीफा वापस लेंगे। उन्होंने कहा था कि उनसे गलती हुई, जो उन्होंने नेताओं, कार्यकर्ताओं से पहले बात नहीं की। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि उन पर इस्तीफा वापस लेने का बड़ा दबाव है। उसके बाद शुक्रवार की सुबह कमेटी ने उनका इस्तीफा नामंजूर किया और उसके साथ ही एनसीपी के कार्यकर्ताओं ने जश्न शुरू कर दिया। शरद पवार के भतीजे अजित पवार न जश्न में शामिल हुए और न शरद पवार की प्रेस कांफ्रेंस में हिस्सा लिया।
शरद पवार की प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। प्रेस कांफ्रेंस में पवार ने कहा- पद छोड़ने के बाद पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मुझसे मेरे फैसले पर विचार करने को कहा था। वो चाहते थे कि मैं अपने पद पर बना रहा हूं। उनके आग्रह के बाद ही मैंने अपने फैसले पर फिर से विचार किया। इसके बाद ही मैंने आज अपना इस्तीफा वापस ले रहा हूं। उन्होंने कहा- मैं अपने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान करता हूं। मेरे चाहने वाले भी चाहते थे कि मैं अपने फैसले पर फिर से विचार करूं।
पवार ने कहा- मेरे इस्तीफे को लेकर दूसरे पार्टी के नेता और मेरे दोस्त भी यही चाहते थे। पूरे देश से लोग और खासतौर पर महाराष्ट्र के लोगों ने मुझे अपना फैसला बदलने के लिए मजबूर किया। सबकी भावना का सम्मान करते हुए ही मैंने अपना इस्तीफा वापस लेने का एलान किया है। शरद पवार ने कहा- मैं आगे भी अध्यक्ष बना रहूंगा लेकिन मैंने अब ये सोचा है कि पार्टी के अंदर किसी भी पद या जिम्मेदारी के लिए उत्तराधिकार योजना पर काम करने की जरूरत है। मैं लोगों को नई जिम्मेदारी दूंगा और नए लीडर भी तैयार करूंगा।
प्रेस कांफ्रेंस में अजित पवार के मौजूद नहीं होने को लेकर पूछे गए सवाल पर शरद पवार ने कहा- ये अनिवार्य नहीं है कि पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता इस प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद ही रहें। ऐसे कई हैं जो यहां अभी मौजूद नहीं हैं लेकिन वो सुबह कमेटी की बैठक में मौजूद थे। इसके बाद सभी ने एक साथ आकर मुझे बताया था कि वो मेरे साथ हैं और वो सब ये चाहते हैं कि मैं अपने फैसले को वापस लूं। उन्होंने कहा- मैं इस बात से सहमत हूं कि मुझे अपने इस्तीफे की घोषणा से पहले पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं से बात करनी चाहिए थी। पार्टी के टूट के बारे में पवार ने कहा- अगर कोई पार्टी छोड़कर जाना चाहता है तो उसे कोई रोक नहीं सकता है। लेकिन हमारी पार्टी से कोई जाना चाहता है इस बात में कोई सच्चाई नहीं है।