मुंबई। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को लगातार दूसरे दिन अदानी समूह से जुड़े मामले में टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि बाजार नियामक इसकी जांच करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बाजार नियामक यानी सेबी को सरकार ने स्वतंत्र छोड़ा हुआ है। वित्त मंत्री ने अदानी समूह का एफपीओ वापस लिए जाने के सवाल पर कहा कि एफपीओ आते हैं और बाहर चले जाते हैं। इससे भारत की छवि पर कोई फर्क नहीं पड़ता। वित्त मंत्री ने कहा कि पहले भी एफपीओ वापस हुए हैं पर उससे देश की छवि पर कोई असर नहीं हुआ।
बजट के बाद मुंबई पहुंची वित्त मंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें उन्होंने अदानी समूह के शेयरों की गड़बड़ी और उसके शेयरों में आई गिरावट को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अदानी के स्टॉक को लेकर कथित तौर पर जो गड़बड़ी की बात सामने आ रही है, उसकी जांच रेगुलेटर्स करेंगे। उन्होंने कहा- सरकार रेगुलेटर्स को अपना काम करेंने देगी। इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा।
उन्होंने कहा- आपको पता ही है कि शुक्रवार को आरबीआई ने इस मामले पर क्या टिप्पणी की है और आरबीआई से पहले बैंकों और एलआईसी ने भी आगे आकर अपना बात रखी है। तो ऐसे में अब रेगुलटेर्स अपना काम करेंगे और मैं आपके सामने ये साफ कर दूं कि देश में रेगुलेटर्स स्वतंत्र रूप से बगैर किसी दबाव के काम करते हैं। उन्हें सरकार की तरफ से जो सही है वो करने की पूरी छूट है। गौरतलब है कि आरबीआई ने शुक्रवार को कहा था कि भारत का बैंकिंग सिस्टम बहुत मजबूत है।
बहरहाल, वित्त मंत्री ने शनिवार को यह भी कहा कि पिछले दो दिनों में भारत के पास विदेशी मुद्रा आठ अरब डॉलर आई है। यह साबित करता है कि भारत और इसकी ताकत के बारे में धारणा बरकरार है। इस बीच अदानी विवाद पर बाजार नियामक, सेबी का कहना है कि वह बाजार की ईमानदारी, पारदर्शिता और संरचनात्मक मजबूती सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह सुनिश्चित करने के लिए भी प्रतिबद्ध है कि शेयर बाजार निर्बाध, पारदर्शी, कुशल तरीके से काम करता है, जैसा कि अब तक होता रहा है। सेबी ने यह भी कहा कि पिछले सप्ताह के दौरान, एक बिजनेस ग्रुप के शेयरों की कीमत में अप्रत्याशित उतार चढ़ाव देखा गया।
सेबी ने शनिवार को कहा कि बाजार के व्यवस्थित और कुशल कामकाज के लिए कुछ खास शेयरों में अत्यधिक अस्थिरता को दूर करने के लिए सभी निगरानी उपाय किए गए हैं। सभी विशिष्ट मामलों में, सेबी उसके संज्ञान में आने वाले सभी मामलों की जांच और उचित कार्रवाई करता है।