समालखा (हरियाणा)। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिन की बैठक समाप्त हो गई। मंगलवार को बैठक समाप्त होने के बाद संघ के नंबर दो पदाधिकारी सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने मीडिया से बात की। उन्होंने संघ की बैठक में उठाए गए मुद्दों के बारे में जानकारी दी। होसबाले ने यह भी साफ किया कि आरएसएस मुसलमानों की तरफ नहीं बढ़ रहा है, बल्कि वह मुस्लिम समाज की ओर से की जा रही पहल पर प्रतिक्रिया दे रहा है। उन्होंने समलैंगिक विवाह का विरोध किया और कहा कि आरएसएस इस मामले में सरकार के साथ है।
होसबोले ने समलैंगिक विवाह पर केंद्र सरकार के नजरिए का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि शादी सिर्फ अपोजिट सेक्स वालों के बीच ही हो सकती है। गौरतलब है कि प्रतिनिधि सभा की बैठख 12 मार्च को शुरू हुई थी। तीन दिन की बैठक के आखिरी दिन मंगलवार को दत्तात्रेय होसबाले ने पत्रकारों से बातचीत की। पानीपत के पास समालखा में हुई सभा की इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा तीनों दिन मौजूद रहे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी बैठक में शामिल हुए।
सरकार्यवाह होसबोले ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लंदन में दिए गए भाषण पर भी अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा- इस पर टिप्पणी करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि राहुल गांधी का अपना राजनीतिक एजेंडा है। आरएसएस की सच्चाई हर कोई जानता है। फिर भी देश की मुख्य विपक्षी पार्टी का बड़ा नेता होने के नाते राहुल गांधी को और ज्यादा जिम्मेदारी से बोलना चाहिए। समलैंगिक विवाह के बारे में होसबाले ने कहा- भारतीय संस्कृति में शादी एक संस्कार है। यह कोई करार या दो व्यक्तियों के बीच मौज मस्ती की चीज नहीं है।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए होसबाले ने कहा- इमरजेंसी के वक्त मैं भी जेल गया था। मेरे अलावा देश के अनेक लोग जेल में डाले गए थे। इंदिरा, राजीव, सोनिया के बाद अब राहुल गांधी भी संघ के बारे में विवादित टिप्पणी कर रहे हैं। वे कह रहे हैं लोकतंत्र खतरे में है। अब चुनाव नजदीक है। लोकतंत्र खतरे में होता तो हम इकट्ठा नहीं हो पाते। उन्होंने कहा- कांग्रेस को लोकतंत्र के बारे में बोलने का कोई नैतिक आधार नहीं है। कांग्रेस ने आज तक इमरजेंसी के लिए भी देश से माफी नहीं मांगी। उन्होंने यह भी कहा कि तीन दिन की बैठक में राजनीति को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है।