नई दिल्ली। खुदरा महंगाई की दर एक बार फिर कम हुई है और इस बार यह एक साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। लगातार दूसरे महीने खुदरा महंगाई की दर रिजर्व बैंक की ओर से तय की गई अधिकतम सीमा से नीचे रही। सरकार की ओर से गुरुवार को जारी महंगाई के आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई दर दिसंबर में 5.72 फीसदी रही, जो उसे पहले के महीने यानी नवंबपर में 5.88 फीसदी थी।
पिछले एक साल में यह सबसे कम महंगाई दर है। बताया गया है कि मुख्य रूप से खाने पीने की चीजों की कीमतों में कमी के कारण खुदरा महंगाई दर में कमी आई है। नवंबर में भी खाने पीने की चीजों के दाम में कमी के चलते ही महंगाई दर घट कर 11 महीने के निचले स्तर 5.88 फीसदी पर आ गई थी। गौरतलब है कि कई महीनों तक रिजर्व बैंक की ओर से तय अधिकतम सीमा छह फीसदी से ऊपर रहने के बाद महंगाई दर नवंबर में छह फीसदी से नीचे आई थी। थोक महंगाई भी कई महीने तक दहाई में रहने के बाद अब एक अंक में आ गई है।
बहरहाल, गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक शहरी इलाकों में खुदरा महंगाई दर नवंबर के 5.68 फीसदी से घट कर दिसंबर में 5.39 फीसदी पर आ गई है। ग्रामीण इलाकों में भी खुदरा महंगाई 6.09 फीसदी से कम होकर 6.05 फीसदी आ गई है। गौरतलब है कि पिछले पूरे साल महंगई दर ऊंची रहने की वजह से रिजर्व बैंक को मौद्रिक उपाय करने पड़े और कई बार नीतिगत ब्याज दरों में बढ़ोतरी करनी पड़ी।