नई दिल्ली। भाजपा ने विपक्षी दलों के साझा आरोपों को लेकर रविवार को पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता सत्ता में रहते हुए भ्रष्टाचार करने को अपना अधिकार समझते हैं। साथ ही, भाजपा ने यह दावा भी किया कि उनमें से कई भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं।भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि उनकी पार्टी देश की सर्वांगीण प्रगति के लिए खड़ी है, जबकि विपक्षी दल ‘एक-दूसरे को भ्रष्टाचार के आरोपों से बचाने के लिए खड़े हैं।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विपक्षी नेताओं का संयुक्त पत्र यह स्पष्ट करता है कि वे जांच एजेंसियों को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे सत्ता में रहते हुए भ्रष्टाचार करने को अपना अधिकार समझते हैं और उनका पत्र ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ जैसा है। त्रिवेदी ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में कई ऐसे नेता शामिल हैं जो खुद भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि इससे भी ज्यादा हैरानी की बात यह है कि वे आम आदमी पार्टी के समर्थन में आगे हैं, जो (आप) उनमें से ज्यादातर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर राजनीति में आयी थी। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आप कहती थी कि भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे लोगों को इस्तीफा दे देना चाहिए और उसके नेता अब जेल जाने के बाद भी पद नहीं छोड़ते और खुद को ‘कट्टर ईमानदार’ कहते हैं।