हरिद्वार। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) गुरुवार को अपने एक दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर हरिद्वार पहुंचे। यहां अमित शाह के आज तीन बड़े कार्यक्रम हैं। वो गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय (Gurukul Kangri University) के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे। ये गुरुकुल कांगड़ी विवि का 113वां दीक्षांत समारोह है। दीक्षांत समारोह में उन्हें विद्या मातर्ंड की उपाधि दी जाएगी। साथ ही पतंजलि योगपीठ (Patanjali Yogpeeth) में यूनिवर्सिटी (University) का उद्घाटन भी करेंगे।
गुरुकुल कांगड़ी विवि के कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार ने बताया कि विवि के 113वें दीक्षांत समारोह में 8 वर्षों के करीब 1800 छात्र-छात्राओं को स्नातक, परास्नातक, पीजी डिप्मोला, पीएचडी और गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया जाएगा। वर्ष 2014 से लेकर वर्ष 2022 तक के छात्र-छात्राओं को दीक्षांत समारोह में उपाधि देने के लिए आमंत्रित किया है। इस दौरान गृह मंत्री को संस्कृत भाषा में अंकित विद्यामार्तण्ड की मानद उपाधि से अलंकृत किया जाएगा। अमित शाह गुरुकुल के बाद ऋषिकुल और पतंजलि में होने वाले कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे।
इस दौरान राज्यसभा सांसद नरेश बंसल कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी पहुंचे।
दरअसल पतंजलि में योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा 100 संन्यासी और 500 ब्रह्मचारी कर्मचारियों को संन्यास दिलाया जा रहा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का यह एक दिवसीय दौरा काफी महत्वपूर्ण है, जिसे देखते हुए हरिद्वार में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। 1500 पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। इसके साथ ही तीन बटालियन पीएसी और तीन बीडीएस की टीमें भी सुरक्षा के लिए तैनात हैं।
बुधवार को उत्तराखंड के एडीजी लॉ एंड आर्डर बी मुरूगेशन ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ब्रीफ किया था। मुरुगेशन ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था में किसी तरह की लापरवाही और चूक बर्दाश्त नहीं होगी। इसके अलावा डीआईजी सिक्योरिटी राजीव स्वरूप ने भी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। हरिद्वार के जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने कहा कि सुरक्षा में लगे सभी लोगों को सामंजस्य बनाकर वीवीआईपी ड्यूटी को जिम्मेदारी से निभाना है। (आईएएनएस)