लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान बृहस्पतिवार को होगा और राज्य निर्वाचन आयोग (Uttar Pradesh State Election Commission) ने कहा है कि निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं पारदर्शी चुनाव कराने में किसी भी स्तर पर लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने यहां जारी एक बयान में कहा कि प्रथम चरण के चुनाव के लिए बुधवार को मतदान पार्टियां रवाना होंगी और बृहस्पतिवार को नौ मंडलों के 37 जिलों में मतदान कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं पारदर्शी चुनाव कराने में किसी भी स्तर पर लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में चुनाव प्रेक्षक तैनात किये गये हैं और प्रेक्षकों को मतदान के पल-पल की जानकारी आयोग को भेजनी होगी।
आयुक्त ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने में अव्यवस्था फैलाने वाले संदिग्ध व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखकर उनके विरूद्ध समय से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करायी जाएगी। कुमार ने मतदान के दिन आयोग के निर्देशों का अक्षरश: पालन कराने का निर्देश देते हुए अधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की है।
निर्वाचन आयोग के मुताबिक प्रदेश में दो चरणों में चार मई और 11 मई को नगर निकाय चुनाव के लिए मतदान होगा और 13 मई को मतगणना होगी। नगर निगमों के महापौर और पार्षद पद के लिए मतदान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से होगा, जबकि बाकी पदों के लिए मतदान मतपत्र से होगा। कुमार ने बताया कि पहले चरण में चार मई को सहारनपुर, मुरादाबाद, आगरा, झांसी, प्रयागराज, लखनऊ, देवीपाटन, गोरखपुर और वाराणसी मंडल के 37 जिलों के 2.40 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मत का प्रयोग कर सकेंगे। पहले चरण में नगर निगमों के 10 महापौर और 820 पार्षदों, 103 नगर पालिका परिषद अध्यक्षों, 2,740 नगर पालिका परिषद सभासदों, 275 नगर पंचायत अध्यक्षों और 3,645 नगर पंचायत सदस्यों समेत कुल 7,593 पदों के लिए 44 हजार से अधिक उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं।
आयोग के बयान के अनुसार नगर निगमों के 10 पार्षदों समेत कुल 85 प्रतिनिधि पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं। चुनाव के लिए सुरक्षा व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताते हुए विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने मंगलवार को कहा था कि स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण के लिए 19,880 निरीक्षक-उपनिरीक्षक, 101477 मुख्य आरक्षी-आरक्षी, 47985 होमगार्ड, पीएसी की 86 कंपनियां, सीएपीएफ की 35 कंपनियां और 7,500 प्रशिक्षण ले रहे उप निरीक्षक तैनात किए जाएंगे। (भाषा)