लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने वाराणसी में रिवर क्रूज ‘एम.वी. गंगा विलास’ के जलावतरण की तैयारी में जुटी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का एकमात्र मकसद धार्मिक स्थलों (religious places) को पर्यटन स्थल (tourist places) में तब्दील कर पैसा कमाना है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) शुक्रवार (13 जनवरी) को वाराणसी में गंगा के तट पर दुनिया के सबसे बड़े क्रूज ‘एम.वी. गंगा विलास’ ( MV Ganga Vilas) को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इसके अलावा, वह ‘टेंट सिटी’ (Tent City) का भी उद्घाटन करेंगे।
एमवी गंगा विलास वाराणसी से अपनी यात्रा शुरू करेगा और 51 दिनों में लगभग 3,200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा और बांग्लादेश होते हुए असम के डिब्रूगढ़ पहुंचेगा। इस दौरान यह क्रूज भारत एवं बांग्लादेश से गुजरने वाली 27 नदी प्रणालियों के रास्ते अपनी मंजिल तक पहुंचेगा।
अखिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ऐसे कार्यक्रमों में पैसा बर्बाद कर रही है जबकि उसे इस रकम का उपयोग गंगा नदी की सफाई के लिए करना चाहिए। सपा प्रमुख यादव ने बृहस्पतिवार को पत्रकार वार्ता में कहा, वाराणसी में लोग वैराग्य के लिए, जीव के आखिरी समय में और पूजा पाठ तथा अध्यात्म के लिए आते हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी पर्यटन के जरिए पैसा कमाने के लिए यह व्यवस्था बना रही है। आखिरकार वहां निषाद समाज के लोग हैं, जो नाव चलाते थे, उनको इससे क्या काम मिलने जा रहा है? क्या बड़े उद्योगपतियों और अन्य कारोबारियों के लिए यह सुविधा तैयार की जा रही है?
सपा अध्यक्ष ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा था, अब क्या भाजपा नाविकों का रोजगार भी छीनेगी। भाजपा की धार्मिक स्थलों को पर्यटन स्थल बनाकर पैसे कमाने की नीति निंदनीय है। पूरी दुनिया से लोग काशी का आध्यात्मिक वैभव अनुभूत करने आते है; विलास-विहार के लिए नहीं। भाजपा बाहरी चकाचौंध से असल मुद्दों के अंधेरों को अब और नहीं ढक पायेगी।
सपा प्रमुख ने पत्रकार वार्ता में दावा किया, ‘गंगा नदी की सफाई के लिए ‘गंगा एक्शन प्लान’ बना था लेकिन अभी तक जो प्रयास हुए है उससे मां गंगा साफ नहीं हुई है। हजारों करोड़ रुपये साफ हो गया है लेकिन अभी तक गंगा साफ नही हुई है। (भाषा)