जयपुर। राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) की ‘शांति और अहिंसा‘ (‘Peace and Non-Violence’) की भावना को साकार करती “जीतो अहिंसा रन” (“Jeeto Ahimsa Run”) रविवार को आयोजित हुई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने सुबह साढ़े छह बजे झंडी दिखाकर श्री महावीर जैन दिगंबर विद्यालय से इसे रवाना किया और धावकों का उत्साहवर्धन किया।
इस अवसर पर श्री गहलोत ने कहा कि भगवान श्री महावीर और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहिंसा, शांति और सत्य के आदर्श आज भी प्रासंगिक है। हम सभी को उनके बताए रास्तों पर चलने के साथ उनके संदेशों को जन-जन तक पहुंचाना चाहिए। हमें मैराथन जैसी गतिविधियों में हिस्सा लेकर जीवन में अहिंसा का प्रण लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि वही परिवार, समाज, प्रदेश आगे बढ़ता है, जो अहिंसा और शांति के रास्ते पर चलता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अहिंसा एवं शांति के रास्ते से ही भारत आगे बढ़ रहा है। राजस्थान सरकार भी इसी सोच के साथ प्रतिबद्धता से जनकल्याण की दिशा में कार्य कर रही है। पूरे देश में राजस्थान एकमात्र राज्य है, जहां अहिंसा एवं शांति विभाग बनाया गया है। उन्होंने कहा कि आजादी की जंग भी सत्य और अहिंसा के आधार पर जीती गई। पूरी दुनिया में भारत से ही अहिंसा और शांति का संदेश फैला है। श्री गहलोत ने कहा कि जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (जीतो) और लेडीज विंग की यह पहल युवाओं को प्रेरित करेगी। उन्होंने अक्टूबर में प्रस्तावित ‘जीतो कनेक्ट 2023‘ के पोस्टर का विमोचन भी किया।
इस मौके विधायक रफीक खान, जीतो जयपुर चैप्टर के चेयरमैन नितिन जैन, जीतो कनेक्ट के कन्वीनर विमल सिंघवी और महिला मुख्य संरक्षक जयपुर सलोनी जैन सहित अन्य पदाधिकारी, आयोजक और हजारों धावक मौजूद थे। (वार्ता)