जयपुर। राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने शनिवार को जयपुर, जोधपुर और उदयपुर में 5जी इंटरनेट सेवा (5G internet service) का शुभारंभ किया। इस मौके पर जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में गहलोत ने कहा कि इंटरनेट ने युवा पीढ़ी के सपनों को पूरा करने का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने इंटरनेट की लत की तुलना ‘अफीम की लत’ (‘opium addiction’) से करते हुए हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, इसके बिना सभी काम अटक जाते हैं।
गहलोत ने कहा, इंटरनेट का अपना महत्व है और अगर सही भावना से लिया जाए तो यह ज्ञान का स्रोत है। मौजूदा समय में ज्ञान ही शक्ति है और इंटरनेट ने युवा पीढ़ी के सपनों को पूरा करने का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों और इंटरनेट के इस्तेमाल से उत्पन्न अन्य चुनौतियों पर चिंता भी जताई।
मुख्यमंत्री ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, आज इंटरनेट अफीम की तरह हो गया है, जिसके बिना काम अटक जाता है। ‘इंटरनेट धीमा’ हो या सिग्नल कमजोर पड़ जाएं तो हम बेचैन हो जाते हैं। उन्होंने कहा, हमें इंटरनेट के इस्तेमाल की ऐसी आदत हो गई है कि अगर कुछ दोस्त तीन-चार घंटे साथ बैठे हों तो भी वे आपस में नहीं बतियाते, बल्कि इंटरनेट और मोबाइल पर गपशप करने में व्यस्त रहते हैं।
गहलोत ने कहा कि लोगों को एक-दूसरे से आमने-सामने की मुलाकात करनी चाहिए और संस्कृति-परंपरा के बारे में बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा, इंटरनेट के बिना किसी का काम चलता ही नहीं है। इंटरनेट तो एक तरफ से अफीम हो गया है। अगर व्यक्ति किसी गांव या कस्बे में चला गया और वहां सिग्नल कम आते हैं तो उसका दिमाग परेशान हो जाता है कि ये क्या हो गया। इसलिए इंटरनेट का अपना महत्व है, जिसे समझाने की जरूरत नहीं है।
गहलोत ने बढ़ती साइबर धोखाधड़ी और इंटरनेट से उत्पन्न चुनौतियों पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, साइबर जालसाजों के पास जांच एजेंसियों की तुलना में अधिक विशेषज्ञता होती है। ऐसे में साइबर अपराधों से निपटने के लिए कर्मचारियों को ज्यादा प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है। (भाषा)