चंडीगढ़। पंजाब के बठिंडा में सेना की छावनी पर बुधवार की सुबह हमला हुआ, जिसमें चार जवान शहीद हो गए। पंजाब में पठानकोट के बाद यह दूसरी सैन्य छावनी है, जहां हमला हुआ है। पठानकोट में 2016 में हमला हुआ था। उसके सात साल बाद बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में बुधवार तड़के फायरिंग हुई, जिसमें सेना के चार जवान शहीद हो गए। इस हमले को आतंकवादी हमला मानने से भी इनकार नहीं किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इंसास राइफल से हमला किया गया था। हमले के बाद सैन्य छावनी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
जानकारी के मुताबिक शहीद हुए जवान 80 मीडियम रेजिमेंट के थे और ऑफिसर्स मेस में गार्ड ड्यूटी पर तैनात थे। सेना की ओर से बताया गया है कि फायरिंग सुबह 4:35 बजे हुई और चार मौतों के अलावा जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। पुलिस और सेना की टीमें मिलकर इसकी जांच कर रही हैं। शुरुआती जांच में पता चला कि जवानों को इंसास राइफल से गोलियां मारी गई हैं। पुलिस को मौके से इसके 19 खाली खोल बरामद हुए हैं।
बताया जा रहा है कि गोली चलाने वाले दो लोग सफेद कुर्ता-पायजामा पहनकर आए थे। उनका मुंह ढका हुआ था। बठिंडा पुलिस ने इसमें आतंकवादी पहलू से इनकार नहीं किया है। इस घटना से दो दिन पहले यूनिट के गार्ड रूम से इंसास राइफल और गोलियां गायब हुई थी। पुलिस और सेना को शक है कि इस राइफल का घटना में इस्तेमाल हुआ हो सकता है। सेना ने बयान जारी कर बताया कि सर्च टीम को इंसास राइफल मिली है। जिसमें कुछ मैगजीन भी हैं। पुलिस व सेना की साझा टीम ने राइफल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। इससे स्पष्ट होगा कि यह वारदात इसी राइफल से की गई या नहीं।
सेना ने किसी संदिग्ध को हिरासत में लेने की बात से भी इनकार किया है। फायरिंग के बाद छावनी को सील कर दिया गया था। लोगों के आने-जाने पर भी रोक लगा दी गई थी। घटना के बाद पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान अंदर रहने वाले सैनिकों के परिवार को घर में रहने को कहा गया। कैंट के अंदर के स्कूल भी बंद कर दिए गए थे। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों पर हत्या और आर्म्स एक्ट का केस दर्ज किया है।
बठिंडा के एसपी अजय गांधी ने कहा- मिलिट्री पुलिस के साथ मिलकर घटना की जांच की जा रही है। मरने वालों में सागर बन्ने, कमलेश आर, योगेश कुमार जे और संतोष कुमार नागराल शामिल हैं। इनमें दो जवान कर्नाटक और दो तमिलनाडु के हैं। जिन लोगों ने फायरिंग की है, उनके बारे में अभी कुछ पता नहीं चला है। गोली मारने वाले बाहरी व्यक्ति हैं या सेना के जवान, इसके बारे में जांच की जा रही है। इसके अलावा पंजाब पुलिस मिलिट्री पुलिस के साथ मिलकर टेरर एंगल की भी जांच की जा रही है।