वाशिंगटन। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कल वाशिंगटन डीसी में वैश्विक सार्वभौम ऋण गोलमेज (Global Sovereign Debt Roundtable)-जीएसडीआर (GSDR) में भाग लिया। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (International Monetary Fund) आईएमएफ (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टलीना जॉर्जीएवा (Kristalina Georgieva) और विश्व बैंक (World Bank) के अध्यक्ष डेविड मालपास (David Malpass) भी उपस्थित थे। यह बैठक स्प्रिंग मीटिंग-2023 (Spring Meetings 2023)के साथ आयोजित की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए श्रीमती सीतारामन ने कहा कि दुनिया भर में बढ़ते ऋण संकट से निपटने के लिए जी-20 मंच सहित अन्य वैश्विक प्रयासों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। उन्होंने ऋण पुनर्गठन प्रक्रिया में पूर्व अनुमान लगाने की प्रक्रिया और समयबद्धता पर ऋण पारदर्शिता तथा सूचनाओं को साझा करने और स्पष्टता की आवश्यकता पर बल दिया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कल वाशिंगटन डीसी में ‘भारत के दशक में निवेश’ पर आयोजित गोलमेज सम्मेलन में निवेशकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत में सुधारवादी एजेंडा लगातार जारी है, जिससे देश में निवेश और सहयोग के पर्याप्त अवसर सृजित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य कोविड महामारी से उत्पन्न चुनौतियों से पार पाने के लिए सशक्त और गतिशील अर्थव्यवस्था का निर्माण करना है।