रांची। पलामू जिले के मनातू ब्लॉक निवासी भाजपा नेता प्रमोद सिंह (Pramod Singh) का शव गुरुवार सुबह पेड़ पर फंदे से झूलता हुआ बरामद किया गया। वे बुधवार शाम पांच बजे घर से निकले थे और उसके बाद से ही लापता थे। आशंका जतायी जा रही है कि जमीन विवाद में उनकी हत्या की गयी है। प्रमोद पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा प्रकोष्ठ (Scheduled Tribe Front Cell) के अध्यक्ष थे।
वहीं, एसपी चंदन सिंन्हा ने बताया कि मृतक की पत्नी ने 19 नामजद लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। उनका कहना है कि अलग-अलग मामले में प्रमोद का इन लोगों से विवाद था। पुलिस बारिकी से जांच कर रही है। आखिर किस वजह से प्रमोद की हत्या की गई है। अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।
प्रमोद सिंह के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। इसके बाद अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सेमरी- मनातू मुख्य पथ जाम कर दिया गया है। हत्या और सड़क जाम की सूचना मिलने के बाद पांकी के भाजपा विधायक डॉ शशिभूषण मेहता (BJP MLA Dr Shashibhushan Mehta), लेस्लीगंज के एसडीपीओ आलोक टूटी और मनातू थाना प्रभारी आलोक दुबे मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया।
परिजनों ने मनातू थाना प्रभारी पर भी लापरवाही के आरोप लगाये हैं। उनका कहना है कि रात में प्रमोद सिंह के घर नहीं लौटने पर उन्होंने थाने में जाकर इसकी सूचना दी थी पर पुलिस ने उन्हें डांट-फटकार कर वापस भेज दिया। अगर उसी समय पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया होता तो प्रमोद सिंह की जान बच सकती थी। घटना के बाबत पांकी के विधायक डॉ शशिभूषण मेहता ने कहा कि प्रमोद सिंह की हत्या से पार्टी को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि हम इस घटना की निंदा करते हैं और पुलिस से आग्रह है कि जल्द मामले का खुलासा कर अपराधियों को गिरफ्तार करे। (आईएएनएस)