नई दिल्ली। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (National Disaster Response Force) (एनडीआरएफ-NDRF) का स्थापना दिवस 2006 में एनडीआरएफ की स्थापना के उपलक्ष्य में भारत में हर साल 19 जनवरी को मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने इस मौके पर बल के जवानों को बधाई दी।
बता दें कि एनडीआरएफ को बने आज 17 साल हो चुके हैं। इस छोटी सी समय सीमा के भीतर बल लगभग 1.48 लाख लोगों की जान बचा चुका है और 7 लाख लोगों को आपदा ग्रस्त इलाकों से निकालने में सफल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बल को बधाई देते हुए कहा कि एनडीआरएफ को स्थापना दिवस की बधाई। वे सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में लोगों की सहायता करने के लिए सराहनीय प्रयास कर रहे हैं। इनकी वीरता काबिले तारीफ है। भारत आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के निर्माण सहित आपदा प्रबंधन तंत्र को मजबूत करने के लिए कई प्रयास कर रहा है।
वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए कहा कि स्थापना दिवस के अवसर पर एनडीआरएफ के बहादुरों को मेरी शुभकामनाएं। एनडीआरएफ की यात्रा साहस और पेशेवर उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता के अनुकरणीय कार्यों से भरपूर है। मैं उन्हें उन तमाम जिंदगियों के लिए सलाम करता हूं, जो उन्होंने खुद को खतरे में डालकर बचाईं।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की स्थापना 2006 में हुई थी। एनडीआरएफ में 13 हजार से ज्यादा कर्मी हैं। यह एक विशेष बल है जो प्राकृतिक सहित विभिन्न प्रकार की आपदाओं का जवाब देने के लिए प्रशिक्षित और सुसज्जित है। बाढ़, चक्रवात और भूकंप जैसी आपदाएं, साथ ही साथ मानव निर्मित आपदाएं जैसे रासायनिक रिसाव और आतंकवादी हमले में भी बल ने सराहनीय काम किया है। (आईएएनएस)