नई दिल्ली। मिस्र (Egyptian) के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सिसी (Abdul Fattah El Sisi) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने दोनों देशों के बहुआयामी संबंधों (bilateral relations) को गति प्रदान करने के लिये बुधवार को बातचीत की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति अल सिसी के बीच बैठक की तस्वीर के साथ ट्वीट किया, ‘मिस्र के साथ हमारे संबंधों, एशिया के साथ अफ्रीका के सम्पर्कों के नैसर्गिक सेतु को प्रगाढ़ बनाते हुए।’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति अल सिसी ने दोनों देशों के बहुआयामी संबंधों को गति प्रदान करने के लिये बातचीत की जो सभ्यतागत, सांस्कृतिक और आर्थिक सम्पर्कों और लोगों के बीच गहरे संबंधों पर आधारित है।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सिसी तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर मंगलवार को यहां पहुंचे हैं। उनकी यात्रा के दौरान कृषि, डिजिटल क्षेत्र और व्यापार सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने पर प्रमुख रूप से जोर दिया जाएगा।
इस दौरान, बुधवार को हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति अल सिसी ने कई विषयों पर चर्चा की। सिसी 26 जनवरी को होने जा रहे गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं। उनके साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है। मिस्र के राष्ट्रपति ने तीसरे भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अक्टूबर 2015 में भारत की यात्रा की थी, जिसके बाद सितंबर 2016 में उन्होंने राजकीय यात्रा की थी।
यह पहला मौका है जब मिस्र के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस समारोहों में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है। मिस्र की सेना की एक टुकड़ी भी गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेगी। इससे पहले, बुधवार को सुबह मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सिसी का राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत किया गया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने ट्वीट किया, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में मिस्र के राष्ट्रपति अल सिसी का पारंपरिक स्वागत किया। इस अवसर पर वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी आगवानी की।
बागची ने बताया कि मिस्र के राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी गयी। उन्होंने कहा कि दोनों देश अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, ऐसे में राष्ट्रपति अल सिसी की यह यात्रा हमारे बहुआयामी संबंधों की समीक्षा करने एवं उन्हें मजबूती प्रदान करने का अवसर देगी। मिस्र के राष्ट्रपति अल सिसी ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। (भाषा)