पटना/नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व नेता और एक जमाने में गांधी परिवार के करीबी रह चुके गुलाम नबी आजाद के आरोपों को गंभीर बताते हुए भाजपा ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से सवाल पूछा है कि अपने विदेश दौरे पर वे किन ‘अवांछित व्यापारियों’ से मिलते हैं और इन मुलाकातों का एजेंडा क्या होता है? गुलाम नबी आजाद (Ravi Shankar Prasad) के आरोप सार्वजनिक होने के बाद भाजपा की तरफ से वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पार्टी की तरफ से पटना में आधिकारिक प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, गुलाम नबी आजाद ने एक बहुत ही गंभीर आरोप लगाया है कि – राहुल गांधी जब भी विदेश दौरे पर जाते हैं तो कई ‘अवांछित व्यापारियों’ से मिलते हैं और उनके कई व्यापारिक घरानों से संबंध हैं।
आजाद के राजनीतिक कद, कांग्रेस और गांधी परिवार के साथ उनके 50 वर्षों के करीबी संबंधों का हवाला देकर उनके आरोपों को बहुत गंभीर बताते हुए रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि, राहुल गांधी हर 4-5 महीने पर लगातार विदेश दौरे पर जाते रहते हैं और हर विदेश दौरे से भारत वापस आते ही, भारत की प्रगति और प्रधानमंत्री मोदी पर उनका हमला तेज हो जाता है। अब गुलाम नबी आजाद के गंभीर आरोप के बाद देश यह जानना चाहता है कि अपने विदेश दौरों पर राहुल गांधी किस से मिलते हैं? ये ‘अवांछित व्यापारी’ कौन हैं और इनके क्या हित जुड़े हुए हैं? आखिर राहुल गांधी का एजेंडा क्या है?
उन्होंने पूछा कि क्या राहुल गांधी भारत विरोधी व्यापारियों के इशारे पर भारत को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अभियान पर काम कर रहे हैं? उन्होंने सवाल उठाया कि क्या राहुल गांधी भारत की अंतर्राष्ट्रीय छवि खराब करने की कोशिश कर रहे ‘अवांछित व्यापारियों’ के साथ मिलकर काम कर रहे हैं?
भाजपा नेता ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी देश को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं, विदेशी हस्तक्षेप को आमंत्रित कर रहे हैं, प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ और देश के खिलाफ काम कर रहे हैं। (आईएएनएस)