ढाका। बंगलादेश (Bangladesh) में पिछले एक साल में हिंदू (Hindus) एवं आदिवासियों (tribals) सहित अल्पसंख्यक समुदायों की 39 महिलाओं (women) के साथ दुष्कर्म किया गया। इनमें 27 महिलाएं गैंगरेप की शिकार हैं और रेप के बाद 14 महिलाओं की हत्या कर दी गई। इन घटनाओं और हादसों के कारण एक लाख 95 हजार 991 परिवारों में असुरक्षा का भाव है। बंगलादेश राष्ट्रीय हिंदू महाजोत (Rashtriya Hindu Mahajot) ने राजधानी के ढाका रिपोर्टर्स यूनिटी (डीआरयू) में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी।
संस्था के महासचिव गोविंद चंद्र प्रमाणिक (Govind Chandra Pramanik) ने शुक्रवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में एक बयान में बताया कि पिछले एक साल में देश के अल्पसंख्यक वर्ग के 424 लोगों को मारने का प्रयास किया गया। इनमें से 62 लोग लापता हैं जबकि 849 लोगों को मौत की धमकी मिली और 360 लोग घायल हुए हैं। कुल 953 लोगों पर हमले हुए हैं। करीब 127 लोगों का अपहरण किया गया और 27 लोगों का अपहरण करने का प्रयास किया गया।
बयान के अनुसार, 445 अल्पसंख्यक परिवारों को देश छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है और उनकी 89,990 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि तीन हजार 694 परिवारों को बेदखल करने का प्रयास किया गया। म्रो, तनचंग्य, संथाल और त्रिपुरा पहाड़ी जनजातियों के 35 हजार 800 परिवारों को बेदखल करने की धमकी मिली और छह हजार 550 एकड़ जमीन पर कब्जा जमा लिया गया। इसके अलावा, मैदानी हिंदुओं की दो हजार 440 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया गया है और 15 हजार 115 परिवारों पर पलायन का खतरा मंडरा रहा है।
बयान में बताया गया कि यहां के 51 मंदिरों की जमीन पर कब्जा और 128 मंदिरों पर हमले, तोड़-फोड़ और आगजनी की गयी। मूर्ति चोरी की 72 घटनाएं हुईं। 27 करोड़ 46 लाख 33 हजार रुपये की वसूली की गई है। कुल नुकसान 220 करोड़ 89 लाख टका हुआ है।
श्री गोविंद चंद्र प्रमाणिक ने बताया कि जनवरी 2022 से 31 दिसंबर तक देश के विभिन्न मीडिया में प्रकाशित सूचनाओं और देश भर में संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा दी गई सूचनाओं का सत्यापन कर यह रिपोर्ट तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि 55 महिलाओं से रेप की कोशिश की गई। 152 लोगों का धर्म परिवर्तन किया गया है। 40 लोगों का धर्म परिवर्तन करने का प्रयास किया गया। धार्मिक संस्थानों को अपवित्र करने के 179 मामले और धार्मिक समारोहों में बाधा डालने के 129 मामले सामने आए।
बंगलादेश नेशनल हिंदू महाजोत ने कहा कि देश में लोकतांत्रिक मूल्यों का ह्रास हो रहा है और असहमति के दमन और सहनशीलता की कमी भी है, जिसके कारण देश में असहिष्णु और घृणित माहौल पैदा हो रहा है। संगठन ने दावा किया कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के 127 मामले सामने आए और इसके साथ ही झूठे मुकदमों में 791 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
हिंदू महाजोत के महासचिव ने कहा कि बंगलादेश आजाद हो गया है लेकिन देश के हिंदू समुदाय ने कभी खुद को आजादी नहीं दी गयी है। इसलिए उन्होंने अल्पसंख्यकों पर हिंसा और अत्याचार को रोकने के लिए और उनका प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय संसद में 60 आरक्षित सीटों की पुनः स्थापना और अलग चुनाव प्रणाली, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की स्थापना तथा उपराष्ट्रपति और उप प्रधानमंत्री के पद को अल्पसंख्यक समुदाय के लिए आरक्षित करने की भी मांग की। (वार्ता)