अगरतला। भाजपा ने एक बार फिर माणिक साहा को त्रिपुरा का मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है। विधानसभा चुनाव से कोई 10 महीने पहले पहले बिप्लब देब को हटा कर साहा को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया था और उनकी कमान में पार्टी ने चुनाव लड़ा था। लगातार दूसरी बार भाजपा पूर्ण बहुमत से जीती है, जिसके बाद साहा को ही फिर से मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया गया। इससे पहले केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक के विधानसभा चुनाव लड़ने की वजह से उनको भी दावेदार माना जा रहा था।
बहरहाल, त्रिपुरा विधानसभा में जीते भाजपा के विधायकों की बैठक सोमवार शाम को हुई, जिसमें माणिक साहा को नेता चुना गया। मुख्यमंत्री और नवगठित मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह आठ मार्च, बुधवार को होगा। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित पार्टी के कई बड़े नेता हिस्सा लेंगे।
गौरतलब है कि मई 2022 में बिप्लब कुमार देब को हटा कर माणिक साहा को मुख्यमंत्री बनाया गया था। साहा 15 मई 2022 को मुख्यमंत्री बने थे। गौरतलब है कि साहा 2016 में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए थे और सिर्फ छह साल भाजपा में रहने के बाद मुख्यमंत्री बन गए। उस समय वे राज्यसभा के सदस्य थे।
बहरहाल, विधानसभा चुनाव में भाजपा के पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद उन्होंने कहा था- यह प्रदर्शन अपेक्षित था…हम बेसब्री से इसका इंतजार कर रहे थे। हमारी जिम्मेदारी अब बढ़ गई है। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा दिखाई राह पर हम आगे बढ़ेंगे। गौरतलब है कि त्रिपुरा में भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन ने 60 सदस्यों की विधानसभा में 33 सीट जीत कर लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी की है। प्रद्योत किशोर देबबर्मा की बनाई तिपरा मोथा पार्टी को 13 सीट मिलीं हैं, जबकि लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन ने 14 सीट हासिल की है। तिपरा मोथा राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी बनी है।