नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अचानक अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया और कानून मंत्री किरेन रिजीजू व कानून राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल को हटा दिया। न्यायपालिका के ऊपर टिप्पणियों से विवाद में आए रिजीजू को कानून मंत्रालय से हटा कर पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में भेजा गया है, जबकि एसपी सिंह बघेल को स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्यमंत्री बनाया गया है। रिजीजू की जगह अर्जुन राम मेघवाल को कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। वे स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री होंगे।
संसदीय कार्य राज्यमंत्री मेघवाल ने स्वतंत्र प्रभार के साथ कानून राज्यमंत्री बनाए जाने के बाद कहा कि न्यायपालिका और सरकार में कोई मतभेद नहीं है, बल्कि संविधान में सबकी अपनी सीमाएं हैं। गौरतलब है कि उच्च न्यायपालिका में जजों की नियुक्ति और तबादले की कॉलेजियम व्यवस्था को लेकर रिजीजू ने सख्त टिप्पणियां की थीं। उन्होंने एक कार्यक्रम में कुछ रिटायर जजों को एंटी इंडिया गैंग का सदस्य भी बताया था। उसके बाद से माना जा रहा था कि केंद्र और सुप्रीम कोर्ट के बीच में सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है।
इस पर अपनी राय रखते हुए नए अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि संबंध मजबूत ही है और दोनों में कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने कानून मंत्री बनाने के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा- संविधान हमें वह सब कुछ सिखाता है। मैं उसी के अनुसार काम करूंगा। मेघवाल ने इस बात से भी इनकार किया कि उनकी नियुक्ति इसलिए हुई है, क्योंकि उनके गृह राज्य राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
किरेन रिजीजू को हटाए जाने के कुछ घंटों के बाद ही इस कानून मंत्रालय के राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल की भी छुट्टी कर दी गई है। उन्हें स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्यमंत्री का जिम्मा सौंपा गया है। राष्ट्रपति भवन की ओर से बयान जारी करके गुरुवार को हुए दोनों बदलावों की जानकारी दी गई। गौरतलब है कि एसपी सिंह बघेल ने पिछले दिनों मुस्लिम समाज को लेकर एक विवादित बयान दिया था।