नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम के मेयर का चुनाव एक बार फिर होगा। कई किस्म के विवाद और अदालत के दखल के बाद 22 फरवरी को मेयर का चुनाव हुआ था। नियम के मुताबिक हर वित्तीय वर्ष के पहले महीने में नए मेयर का चुनाव होना होता है। इसलिए मेयर शैली ओबेरॉय ने 26 अप्रैल को मेयर के चुनाव की तारीख तय की है। आप आदमी पार्टी के नेता और राज्य सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया है कि दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने चुनाव के लिए यह तारीख तय की है।
गौरतलब है कि दिल्ली में नगर निगम का चुनाव चार दिसंबर को हुआ था और नतीजे सा दिसंबर को आए थे। आम आदमी पार्टी ने नगर निगम की ढाई सौ में से 134 सीटें जीती थीं। इसके बावजूद भाजपा अपना मेयर बनाने पर अड़ी थी, जिसकी वजह से कई बार चुनाव टले। अंत में अदालत ने फैसला सुनाया कि उप राज्यपाल द्वारा मनोनीत एल्डरमैन मेयर के चुनाव में वोट नहीं डाल पाएंगे। तब जाकर 22 फरवरी को चुनाव हुआ और आम आदमी पार्टी की नेता शैली ओबेरॉय मेयर चुनी गईं।
शैली ओबेरॉय ने 31 मार्च को मेयर पद पर अपना 38 दिन का कार्यकाल पूरा किया। नियमों के अनुसार चुनाव प्रक्रिया को 30 अप्रैल से पहले पूरा करना होगा। बहरहाल, सौरभ भारद्वाज ने कहा- मुझे उम्मीद है कि अगर एलजी ऑफिस ने सभी नियमों का पालन किया तो चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से होंगे। भारद्वाज ने दिल्ली के उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना पर भी हमला किया और कहा- यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था कि एलजी ने मेयर चुनाव के लिए एक प्रिसाइडिंग ऑफिसर को नामित किया जिसने चुनाव में बाधा पैदा की।