वाशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक और मुकदमे में फंस गए हैं। गोपनीय फाइल अपने घर पर रखने के मामले में संघीय अदालत ने उनके खिलाफ आरोप तय किए हैं। खुद ट्रंप ने शुक्रवार को बताया कि अदालत ने उनके ऊपर गोपनीय फाइलों को अनधिकृत तरीके से अपने पास रखने का आरोप लगाया गया है। माना जा रहा है कि कई तरह के आरोपों में जांच का सामना कर रहे पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ यह अब तक का सबसे बड़ा कानूनी खतरा है। ध्यान रहे ट्रंप अगले साल के राष्ट्रपति चुनाव में एक बार फिर मैदान में उतरने का ऐलान कर चुके हैं।
बहरहाल, संघीय ग्रैंड जूरी ने गोपनीय दस्तावेज़ से जुड़े सात आपराधिक मामलों में डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप लगाए हैं। पिछले साल फ्लोरिडा स्थित उनके मार-अ-लागो रिसॉर्ट में पाए गए दस्तावेजों में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी भी मौजूद थी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप दो बार महाभियोग का भी सामना कर चुके हैं। अब वे पहले ऐसे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए हैं, जिन पर केंद्र की ओर से आपराधिक आरोप लगाए गए हैं।
पिछले साल अगस्त में एफबीआई ने मार-अ-लागो से 11 हजार से अधिक दस्तावेज जब्त किए थे, और उस दौरान ट्रंप को न्याय में बाधा डालने के आरोपों का सामना करना पड़ा था। आखिरकार जनवरी, 2023 में उन्होंने लगभग दो सौ गोपनीय दस्तावेजों वाले 15 बक्से नेशनल आर्काइव को सौंपे थे। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर ने लिखा- मैं बेकसूर व्यक्ति हूं… बाइडेन प्रशासन पूरी तरह भ्रष्ट है… चुनाव में दखलअंदाजी, और अब तक का सबसे बड़ा ‘विच हंट’ जारी है… अमेरिका फिर महान बने!
गौरतलब है कि 77 साल के डोनाल्ड ट्रंप पर दर्जनों वित्तीय अपराधों के आरोप लगे हैं, जिनमें एक एडल्ट फिल्मस्टार पर मुंह बंद रखने के लिए रकम दिए जाने की कथित साजिश भी शामिल है। इस एडल्ट फिल्मस्टार ने ट्रंप के साथ संबंध होने का दावा किया था। बहरहाल, आपराधिक मुकदमा मार्च, 2024 में शुरू होने वाला है, और वह ठीक वही समय होगा, जब अमेरिकी चुनाव का मौसम जोरों पर होगा।