गोरखपुर। पूर्वी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के दिग्गज नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरि शंकर तिवारी (Hari Shankar Tiwari) का मंगलवार रात गोरखपुर (Gorakhpur) स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वे पिछले कुछ सालों से किडनी की गंभीर समस्या से जूझ रहे थे। उनके पुत्र विनय शंकर तिवारी (Vinay Shankar Tiwari) ने कहा कि उनका अंतिम संस्कार बुधवार को गोरखपुर जिले के बरहलगंज शहर के मुक्ति पथ (Mukti Path) पर किया जाएगा। तिवारी बरहलगंज कस्बे के टांडा गांव के रहने वाले थे। पढ़ाई के बाद वह रेलवे में ठेकेदारी करने लगे और बाद में पूर्वी उत्तर प्रदेश के एक मजबूत ब्राह्मण नेता के रूप में उभरे।
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उन्होंने गोरखपुर की चिल्लूपार विधानसभा सीट (Chillupar Assembly Seat) से लगातार पांच बार जीत हासिल की। वह 2007 में वहां से चुनाव हार गए। उन्होंने उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह (Kalyan Singh) और राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और अन्य सरकारों के अधीन मंत्री के रूप में कार्य किया। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट कर तिवारी के निधन पर दुख जताया है। (आईएएनएस)