इंफाल। पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर में हिंसा थम गई है लेकिन तनाव बना हुआ है, जिसकी वजह से राज्य के आठ जिलों में कर्फ्यू लागू है और इंटरनेट की सेवा बंद कर दी गई है। इस बीच मणिपुर से सटे मेघालय में भी विवाद शुरू हो गया है और वहां दो कुकी और मैती दो समुदायों के बीच झड़प हो गई है। गौरतलब है कि राज्य के बहुसंख्यक मैती समुदाय को एसटी में शामिल करने की मांग पर हाई कोर्ट की ओर से राज्य सरकार को नोटिस जारी होने के बाद आदिवासी समूहों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद कई जगह हिंसा हुई।
बुधवार को भड़की हिंसा अब थम गई है। हालांकि अब भी राज्य के 16 में से आठ जिलों में कर्फ्यू जारी है। हिंसा प्रभावित इलाकों में और असम राइफल्स की टुकड़ियों को तैनात किया गया है। हिंसा में कई लोगों के मारे जाने की खबर है और इसकी पुष्टि कुछ मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने की लेकिन यह खबर नहीं आई है कि कितने लोग मारे गए। बताया जा रहा है कि बुधवार की हिंसा में एक सौ से ज्यादा लोग घायल हैं।
राज्य में मोबाइल इंटरनेट बेमियादी रूप से बंद कर दिया गया है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही मणिपुर जाने वाली ट्रेनों को रोक दिया गया है। सेना के मुताबिक, अब तक राज्य में 11 हजार से ज्यादा लोगों को राहत कैंपों में शिफ्ट किया गया है। इस बीच मेघालय की राजधानी शिलांग में भी कुकी और मैती समुदाय के कॉलेज छात्रों में झड़प हो गई। बताया जा रहा है कि दोनों समुदाय के बीच मारपीट भी हुई। पुलिस ने इस मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से फोन पर बात कर हालात की जानकारी ली है। बीरेन सिंह ने गुरुवार को एक वीडियो मैसेज जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। केंद्र ने पूर्वोत्तर राज्य के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में तैनाती के लिए रैपिड एक्शन फोर्स, आरएएफ की टीमों को भी भेजा है। सूत्रों के मुताबिक आरएएफ की पांच कंपनियों को विमान से इंफाल भेजा गया गया है।