नई दिल्ली। राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त करने को भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय बताते हुए कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को काले कपड़ों में प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं ने संसद के भीतर और बाहर काले कपड़ों में प्रदर्शन किया। इससे पहले कांग्रेस ने सोमवार को संसद के बजट सत्र की रणनीति बनाने के लिए विपक्षी पार्टियों के साथ बैठक की, जिसमें तृणमूल कांग्रेस भी शामिल हुई। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की बुलाई बैठक में शामिल सभी 17 विपक्षी पार्टियों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी सोमवार को काले कपड़ों में संसद पहुंचीं। राहुल की सदस्यता समाप्त करने को लेकेर लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने बड़ा हंगामा किया। एक सांसद लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के आसन तक पहुंच गए और काला कपड़ा लहराने लगे। इसके बाद स्पीकर ने सदन को स्थगित कर दिया। राज्यसभा में भी कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने राहुल के मसले पर सदन नहीं चलने दिया।
सोमवार की सुबह 11 बजे जैसे ही दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। विपक्ष के हंगामे की वजह से राज्यसभा की कार्यवाही को दो बजे तक और लोकसभा की कार्यवाही चार बजे तक स्थगित कर दी गई। दो बजे राज्यसभा की कार्यवाही और चार बजे लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, लेकिन विपक्षी सांसदों का हंगामा जारी रहा, जिसकी वजह से दोनों सदन मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिए गए।
इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को ट्विट करके कहा- लोकतंत्र के लिए “काला अध्याय”! पहली बार सत्ता पक्ष संसद को ठप कर रहा है। क्यों? क्योंकि मोदी जी के परम मित्र के काले कारनामे उजागर हो रहे हैं! एकजुट विपक्ष जेपीसी की मांग पर कायम रहेगा। उन्होंने कहा- हम काले कपड़ों में क्यों आए हैं? हम दिखाना चाहते हैं कि पीएम मोदी इस देश में लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं। पहले उन्होंने स्वायत्त संस्थाओं को खत्म किया, इसके बाद जहां-जहां जिसने चुनाव जीता, उसे डरा-धमकाकर पीएम ने अपनी सरकार बनवाई। जो लोग उनके आगे नहीं झुके, उन्हें झुकाने के लिए ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल किया।
इससे पहले खड़गे ने सोमवार को संसद की कार्यवाही शुरू होने के पहले अपने कक्ष में विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई। इसमें कांग्रेस के अलावा सभी बड़ी विपक्षी पार्टियां शामिल हुईं। अब तक कांग्रेस का विरोध करने वाली तीन विपक्षी पार्टियों- भारत राष्ट्र समिति, आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के सांसद भी खड़गे की बुलाई इस बैठक में शामिल हुए। तृणमूल कांग्रेस बजट सत्र के दूसरे चरण में पहली बार कांग्रेस की बुलाई बैठक में शामिल हुई। तृणमूल नेताओं के आने पर खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए जो भी आगे आएगा, हम उसका स्वागत करेंगे।