नई दिल्ली। पूर्वोत्तर के तीनों राज्यों में मतदाताओं ने यथास्थिति बरकरार रखी है। तीनों राज्यों में भाजपा या उसकी सहयोगी पार्टियों की सरकार बन गई है। त्रिपुरा में भाजपा की सीटें कम हुई हैं लेकिन लगातार दूसरी बार उसने बहुमत हासिल किया है। मेघालय में भाजपा की पुरानी सहयोगी एनपीपी सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है और एक बार फिर एनपीपी व भाजपा में सरकार बनाने के लिए तालमेल हो गया है। नगालैंड में भाजपा और उसकी सहयोगी एनडीपीपी को पूर्ण बहुमत हासिल हो गया है।
त्रिपुरा में 16 फरवरी को और नगालैंड व मेघालय में 27 फरवरी को मतदान हुआ था। तीनों राज्यों के नतीजे गुरुवार को जारी हुए। नतीजों के बाद भाजपा ने जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों के कारण पूर्वोत्तर में जीत मिली है। देर शाम प्रधानमंत्री मोदी भी भाजपा मुख्यालय पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने हर बार की तरह पार्टी मुख्यालय पहुंचे हजारों समर्थकों को संबोधित किया।
बहरहाल, नगालैंड में भाजपा गठबंधन को 37 सीटें मिली हां। गठबंधन की बड़ी पार्टी एनडीपीपी को 25 और भाजपा को 12 सीटें मिली हैं। भाजपा को पिछली बार भी 12 सीटें मिली थीं। इस बार वह 20 सीटों पर लड़ी थी। भाजपा गठबंधन को त्रिपुरा में 33 सीटें मिली हैं, जिसमें से 32 सीटें भाजपा की हैं। इस तरह 60 सदस्यों की विधानसभा में भाजपा ने अपने दम पर बहुमत हासिल कर लिया है। सीपीएम और कांग्रेस गठबंधन को कुल 14 सीटें मिली हैं, जो पिछली बार अकेले सीपीएम को मिली 16 सीटों से दो कम हैं। प्रद्योत देबबर्मा की नई बनी पार्टी तिपरा मोथा 13 सीट जीत कर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी है।
मेघालय में मुख्यमंत्री कोनरेड संगमा की एनपीपी सबसे बड़ी पार्टी बनी है। हालांकि उसे बहुमत नहीं मिल पाया है। उसे 25 सीटें मिली हैं, जो पिछली बार से पांच ज्यादा हैं। भाजपा को पिछली बार से एक ज्यादा यानी तीन सीट मिली है। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस को कुल मिला कर 10 सीटें मिली हैं। पिछली बार कांग्रेस 21 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। बहरहाल, चुनाव नतीजों के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया कि मुख्यमंत्री कोनरेड संगमा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन करके सरकार बनाने के लिए समर्थन मांगा है। इस तरह दोनों पार्टियों का जो गठबंधन चुनाव से पहले टूट गया था वह फिर बन गया है।
पूर्वोत्तर के इस चुनाव की खास बात यह रही कि हेकानी जाखालू दीमापुर-तीन सीट जीत कर नगालैंड की पहली महिला विधायक बन गई हैं। 1963 में नगालैंड राज्य बना, तब से अब तक कोई महिला विधानसभा चुनाव नहीं जीती थी। बहरहाल, तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री अपनी सीटों पर चुनाव जीत गए। त्रिपुरा में माणिका साहा पश्चिम त्रिपुरा की नगर बरदोवाली, मेघालय में कोनरेड संगमा वेस्ट गारो हिल्स की दक्षिण तुरा से और नगालैंड में नेफ्यू रियो कोहिमा की नॉर्दन अंगामी-दो सीट से जीते।