इंदौर। मध्य प्रदेश में इंदौर के एक मंदिर में रामनवमी के मौके पर बड़ा हादसा हो गया। बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में बावड़ी की छत धंसने से 30 लोगों की मौत हो गई। छत धंसने ने करीब 30 लोग 40 फीट गहरी बावड़ी में गिर गए थे, जिनमें से 17 लोगों को बचा लिया गया। बावड़ी से कुल 30 शव निकाले गए, जबकि पुलिस ने रस्सियों की मदद से 19 लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां दो लोगों ने दम तोड़ दिया।
बावड़ी में चार से पांच फीट पानी है। नगर निगम ने पंप की मदद से पानी निकाला, जिसके बाद दोबारा बचाव अभियान शुरू किया गया। ऑक्सीजन के साथ गोताखोरों को बावड़ी में उतारा गया। कुछ और लोगों के बावड़ी में डूबे होने की आशंका थी। मौके पर एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची थी। यह हादसा सपना संगीता रोड स्थित स्नेह नगर में हवन के दौरान हुआ। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक बावड़ी की छत पर लोग बैठे थे। वजन से उसकी छत टूट गई और लोग नीचे गिर गए। मंदिर में दर्शन करने गया एक बच्चा अब भी लापता है। कलेक्टर ने घटना की मजिस्ट्रेट से जांच कराने की बात कही है।
इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मरने वालों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सरकार घायलों को इलाज कराएगी। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से भी मरने वालों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से ट्विट करके यह जानकारी दी गई है। राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि बावड़ी से निकाले गए 11 शव में से 10 महिलाओं के हैं। उन्होंने कहा- अभी तक हादसे में हम 13 लोगों को खो चुके हैं।