रायपुर। कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ो यात्रा की सफलता के बाद अब कांग्रेस पार्टी पूर्वी भारत से पश्चिम तक की यात्रा करने की तैयारी कर रही है। यह यात्रा अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट से शुरू होकर गुजरात में महात्मा गांधी के जन्मस्थल पोरबंदर तक जाएगी। रायपुर में कांग्रेस अधिवेशन के तीसरे और आखिरी दिन पार्टी के संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने इस यात्रा के बारे में जानकारी दी। इससे पहले राहुल गांधी ने महाधिवेशन में दिए गए अपने संबोधन के दौरान यात्रा के बारे में संकेत दिए थे।
राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ‘तपस्या’ को आगे बढ़ाने का कार्यक्रम तैयार करें, जिसमें सभी भाग लेने के लिए तैयार हैं। गौरतलब है कि राहुल कई मौकों पर अपनी इस यात्रा को तपस्या का नाम दे चुके हैं। महाधिवेशन के बाद रमेश ने इस यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहा- संभावना है कि यह यात्रा पासीघाट से शुरू हो और इसका समापन पोरबंदर में हो। इसको लेकर बहुत सारा उत्साह और ऊर्जा है। व्यक्तिगत तौर पर मेरा मानना है कि इसकी जरूरत भी है।
उन्होंने कहा- पूरब से पश्चिम के बीच निकलने वाली यात्रा का प्रारूप दक्षिण से उत्तर की ओर निकाली गई यात्रा से अलग होता है। शायद यह यात्रा उतने व्यापक स्तर पर नहीं हो। उन्होंने बताया कि अगले कुछ हफ्ते में सब कुछ तय कर लिया जाएगा। रमेशा ने कहा कि पूर्वोत्तर की भौगोलिक और जलवायु संबंधी परिस्थिति को देखते हुए यात्रा के लिए अलग-अलग परिवहन माध्यम इस्तेमाल हो सकता है, लेकिन बुनियादी रूप से यह पदयात्रा ही होगी।
जयराम रमेश ने कहा कि इस यात्रा में भाग लेने वाले यात्रियों की संख्या भारत जोड़ो यात्रा के मुकाबले कम हो सकती है। भारत जोड़ो यात्रा पिछले साल सात सितंबर को शरू हुई थी और करीब चार हजार किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 30 जनवरी को श्रीनगर में पूरी हुई थी। पहली यात्रा का समापन महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के दिन हुआ था और दूसरी यात्रा उनके जन्मस्थान तक जाएगी।