नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हुए हमले का मुद्दा उठाया और कहा कि ऐसे हमले बरदाश्त नहीं होंगे। उन्होंने सिडनी से दिल्ली रवाना होने से पहले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ प्रेस कांफ्रेंस की। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी 19 मई से तीन देशों- जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थे। बुधवार को वे ऑस्ट्रेलिया से दिल्ली के लिए रवाना हुए और देर रात दिल्ली पहुंचे। लौटते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी ऑस्ट्रेलिया यात्रा को महत्वपूर्ण बताया।
अपने दौरे के आखिरी दिन बुधवार को उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमले को लेकर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा- अलगाववादी तत्वों की गतिविधियों पर हमने पहले भी बात की थी। ऐसी हरकतें बरदाश्त नहीं, जिससे आपसी रिश्तों को नुकसान हो। प्रधानमंत्री अल्बनीज ने उनको भरोसा दिलाया कि सख्त कार्रवाई होगी।
प्रधानमंत्री मोदी बोले- ये मेरी अल्बनीज से एक साल में छठी मुलाकात है। इससे साबित होता है कि भारत-ऑस्ट्रेलिया के संबंध कितने गहरे हैं। क्रिकेट की भाषा में कहें तो दोनों देशों के रिश्ते टी-20 मोड में आ गए हैं। मोदी ने अल्बनीज को इस साल भारत में होने वाले एकदिवसीय विश्वकप के लिए न्योता दिया। बुधवार को ही मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के कारोबारियों से बातचीत की। मोदी और अल्बनीज सिडनी हार्बर और ओपेरा हाउस भी गए। इसके बाद मोदी डेलिगेशन के साथ स्टेट डिनर के लिए निकले।
प्रेस कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री अल्बनीज ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया बेंगलुरू में एक कॉन्सुलेट खोलेगा, जिससे दोनों देशों को बिजनेस और टेक्नोलॉजी साझा करने के मामले में मदद मिले। दोपक्षीय बैठक में जी-20, ट्रेड और डिफेंस सेक्टर के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने पर बात हुई। बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद थे। अल्बनीज ने कहा- सितंबर में जी-20 सम्मेलन भारत में होने वाला है। इस मौके पर मुझे प्रधानमंत्री मोदी से फिर मिलने का अवसर मिलेगा। मैं चाहता हूं कि दोनों देश उन सेक्टर में भी आगे बढ़ें, जिन पर अब तक ज्यादा काम नहीं हुआ है।