नई दिल्ली। एक बड़े घटनाक्रम में कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी भाजपा में शामिल हो गए हैं। इस घटनाक्रम को लेकर एंटनी ने दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें उन्होंने कहा कि वे अपने बेटे के भाजपा में शामिल होने से दुखी है। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए तकलीफदेह है। इससे पहले गुरुवार को अनिल एंटनी कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर आई बीबीसी की डॉक्यूमेंटरी का पार्टी लाइन से अलग हट कर विरोध किया था और जनवरी में ही कांग्रेस छोड़ दी थी।
बहरहाल, पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने अपने बेटे अनिल एंटनी के भाजपा में शामिल होने के फैसले पर अपनी पीड़ा व्यक्त की है। गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए एंटनी ने कहा कि वे अपने बेटे के कदम से बहुत आहत हैं और उन्हें यह मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा- मैंने अपने बेटे को हमेशा देश के लिए काम करना सिखाया है न कि एक परिवार के लिए। लेकिन उसने एक अलग रास्ता चुना है। वह एक ऐसी पार्टी में शामिल हो गया है जो देश को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करने और हमारे देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को नष्ट करने की कोशिश कर रही है। मैं इस फैसले को स्वीकार नहीं कर सकता। यह गलत और पीड़ादायक है।
एंटनी ने कहा कि वे अंतिम सांस तक कांग्रेस पार्टी और उसकी विचारधारा के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा में किसी से उनकी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है, लेकिन वे उनकी नीतियों और एजेंडे के विरोधी हैं। बहरहाल, अनिल एंटनी के भाजपा में शामिल होने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, वी मुरलीधरन और पार्टी की केरल इकाई के प्रमुख के सुरेंद्रन ने एक औपचारिक कार्यक्रम में उनका स्वागत किया। अनिल एंटनी ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास बहुध्रुवीय दुनिया में भारत को अग्रणी स्थान पर लाने का बहुत स्पष्ट दृष्टिकोण है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी छोड़ने के बाद भी पिता के लिए सम्मान पहले जैसा ही रहेगा।