बेंगलुरू। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने कर्नाटक दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को कांग्रेस पर जम कर निशाना साधा। उन्होंने बागलकोट में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी दिवालिया हो गई है। वह भाजपा छोड़ कर गए नेताओं के सहारे चुनाव लड़ रही है। उन्होंने मुस्लिम आरक्षण खत्म करने का मुद्दा दूसरे दिन भी उठाया और पीएफआई पर पाबंदी का भी मुद्दा उठाया।
अमित शाह ने कहा- कांग्रेस के पास अपने नेताओं की कमी है। उसका दिवालियापन इस बात से साबित होती है कि चुनाव लड़ने के लिए वह भाजपा छोड़ कर आए नेताओं पर आश्रित है। गौरतलब है कि 15 अप्रैल को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज लिंगायत नेता जगदीश शेट्टार ने पार्टी छोड़ दी थी। एक दिन बाद वे कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे। कांग्रेस ने उनको उनकी पारंपरिक सीट से उम्मीदवार बनाया है।
इसका हवाला देते हुए शाह ने कहा- हमारे एक दो नेताओं ने पार्टी क्या छोड़ दी और उनकी पार्टी में क्या शामिल हुए, उन्हें लगने लगा कि बहुत फायदा हो गया। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि आपको कोई फायदा नहीं होने वाला। अमित शाह ने कहा- भाजपा ने जब येदियुरप्पा जी को मुख्यमंत्री बनाया, तब जेडीएस का उपयोग करके कांग्रेस ने ही उन्हें पद से हटने पर मजबूर किया था। और आज वह हमारे ही पुराने नेताओं का इस्तेमाल करके चुनाव जीतना चाहती है।
अमित शाह ने कहा- अभी अभी हमारी सरकार ने वोट बैंक के लालच में पड़े बगैर धर्म के आधार पर दिए गए चार फीसदी मुस्लिम आरक्षण को खत्म किया है। हम मानते हैं कि धर्म के आधार पर रिजर्वेशन नहीं होना चाहिए। और मुस्लिम रिजर्वेशन हटाकर एससी, एसटी, वोक्कालिगा और लिंगायत के रिजर्वेशन में बढ़ोतरी करने का काम भाजपा ने किया है। उन्होंने कहा- कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष कहते हैं कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई तो मुस्लिम रिजर्वेशन फिर से आएगा। मैं पूछना चाहता हूं कि आप मुस्लिमों का चार फीसदी आरक्षण वापस लाओगे तो किसका कम करोगे?