नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से शुरू होगा। उससे पहले सोमवार को सरकार ने सभी दलों की बैठक बुलाई। संसद के दोनों सदनों में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस को छोड़ कर सभी दलों के नेता इसमें शामिल हुए। कांग्रेस के ज्यादातर बड़े नेता सोमवार को श्रीनगर में थे, जहां राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का समापन हो रहा था। हालांकि कांग्रेस ने कहा कि मौसम खराब है इसलिए उसके नेता सर्वदलीय बैठक में नहीं शामिल होंगे।
बहरहाल, सरकार की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ साथ संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने बैठक में हिस्सा लिया। संसद के लाइब्रेरी बिल्डिंग में हुई इस बैठक में डीएमके से टीआर बालू, जेडीयू के रामनाथ ठाकुर, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के महबूब अली कैसर, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय और शुखेंदु शेखर रॉय, आरजेडी के मनोज झा, अन्ना डीएमके के थंबी दुरई, बीजेडी के सस्मित पात्रा, बीआरएस के के केशव राय, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी आदि नेता पहुंचे थे। नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, एनसीपी के शरद पवार और अकाली दल की हरसिमरत कौर ने भी बैठक में हिस्सा लिया।
सरकार ने विपक्षी पार्टियों से संसद के बजट सत्र को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग मांगा। बैठक में शामिल वाईएसआर कांग्रेस के विजय साई रेड्डी ने बताया कि वाईएसआर कांग्रेस, बीजद, टीआरएस, टीएमसी ने सरकार से संसद के बजट सत्र में महिला आरक्षण विधेयक लाने की मांग की। बताया जा रहा है कि विपक्षी पार्टियां चीन के साथ सीमा विवाद, महंगाई, अर्थव्यवस्था की बुरी दशा और हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अदानी समूह पर उठे सवालों को मुद्दा बनाना चाहती है।
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा- कल से बजट सत्र शुरू होने वाला है। राष्ट्रपति जी अभिभाषण होगा। धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगा। सर्वदलीय बैठक में 27 पार्टियों के 37 नेताओं ने हिस्सा लिया और कई मांग रखी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। बहरहाल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहली बार संसद के साझा सत्र को संबोधित करेंगी। उसके बाद सरकार 2022-23 का आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट संसद के सामने पेश करेगी। एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा और एक महीने के अवकाश के बाद 13 मार्च से बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू होगा जो छह अप्रैल तक चलेगा।