नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के मामले पिछले कुछ दिनों से वायरल हो रहे वीडियो का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि एक साजिश के तहत महिलाओं के यौन उत्पीड़न का मामला प्रचारित किया गया। इसमें यह भी बताया जा रहा है कि कुछ महिलाओं को पैसे देकर भाजपा ने यह साजिश रची। इस मामले में एक महिला ने याचिका दायर कर पूरे मामले की एसआईटी जांच की मांग की है।
याचिका दायर करने वाली महिला के वकील उदयादित्य बनर्जी ने कोर्ट से कहा कि संदेशखाली मामले में कई वीडियो वायरल हैं। इसमें एक व्यक्ति खुलासा कर रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख के खिलाफ बलात्कार के आरोप झूठे थे। उनके खिलाफ झूठे आरोप भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के निर्देश पर लगाए गए। एक वीडियो में यह भी दिखाया जा रहा है कि संदेशखाली की पीड़ित महिलाएं कर रही हैं कि उनसे सादे कागज पर दस्तखत कराए गए। इसके बाद शाहजहां शेख के खिलाफ बलात्कार की झूठी शिकायतें हुईं।
याचिकाकर्ता ने अदालत से मांग की है कि वायरल वीडियो की सच्चाई का पता लगाने के लिए जांच होनी चाहिए। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी गठित की जाए। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली मामले में नया वीडियो 12 मई को सामने आया। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इस वीडियो में भाजपा के एक मंडल अध्यक्ष गंगाधर कायल तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली 70 महिलाओं को दो दो हजार रुपए देने की बात कहते नजर आ रहे हैं।