कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं और इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने गठबंधन नहीं होने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी को जिम्मेदार ठहराया है। अभिषेक ने रविवार को कहा- पश्चिम बंगाल में हम कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहते थे। मैं इसके लिए खुद राहुल गांधी से मिलने दिल्ली गया था। सुबह छह बजे उनके घर पहुंच भी गया, लेकिन बात नहीं बनी।
तृणमूल कांग्रेस के नंबर दो नेता अभिषेक बनर्जी ने सीट समझौता नहीं होने के पीछे लोकसभा में विपक्ष के नेता और प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा- अधीर पार्टी और हमारे नेताओं के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे थे। हमने महीनों इस पर चुप्पी साधे रखी। लेकिन कब तक इसे सहा जाता। अभिषेक ने कहा- पश्चिम बंगाल में कांग्रेस से गठबंधन को लेकर हमारी पार्टी उत्सुक भी थी। हमने कांग्रेस को शीट शेयरिंग के लिए दिसंबर तक का वक्त भी दिया था, लेकिन हम ज्यादा इंतजार करने की स्थिति में नहीं थे। हमें चुनाव की तैयारी भी करनी थी।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने 24 जनवरी को ऐलान किया था कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी, क्योंकि सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस ने उनका प्रस्ताव ठुकरा दिया था। बताया जा रहा है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव के लिए बंगाल में 10 से 12 सीटों की मांग कर रही थी। जबकि तृणमूल कांग्रेस सिर्फ दो सीटें देने पर अड़ी रही। ये वही सीटें थीं, जिन्हें कांग्रेस ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जीता था।