कोलकाता। पश्चिम बंगाल (west Bengal) के संदेशखाली (sandeshkhali) का विवाद खत्म नहीं हो रहा है। उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में हिंदू महिलाओं के साथ यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगा रही भाजपा के नेताओं ने शुक्रवार को एक बार फिर वहां जाने की कोशिश की, जिसमें पुलिस के साथ टकराव हुआ।
भाजपा (BJP) सांसद लॉकेट चटर्जी के नेतृत्व में भाजपा नेताओं की एक टीम संदेशखाली जाना चाहती थी, जिसे पुलिस ने रोक दिया। इससे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को भी रोक दिया गया था हालांकि नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी हाई कोर्ट के आदेश से वहां गए थे। sandeshkhali rape case
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग यानी एनएचआरसी की टीम संदेशखाली पहुंची
बहरहाल, शुक्रवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग यानी एनएचआरसी (NHRC) की टीम संदेशखाली पहुंची। पीड़ित महिलाओं से मुलाकात के बाद यह टीम अपनी रिपोर्ट देगी। इससे पहले राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग और राष्ट्री महिला आयोग की टीम ने इलाके का दौरा किया था और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी। बहरहाल, शुक्रवार को एनएचआरसी की टीम से पहले भाजपा की महिला टीम को संदेशखाली जाने से पुलिस ने रोक दिया था। sandeshkhali rape case
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सांसद लॉकेट चटर्जी हिरासत में
भाजपा टीम की अगुआई सांसद लॉकेट चटर्जी कर रही थीं। भाजपा के प्रतिनिधिमंडल और पुलिस के बीच बहस भी हुई। इसके बाद लॉकेट चटर्जी को हिरासत में ले लिया गया। इस बीच एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि संदेशखाली के विवादों से घिरे तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख के भाई ने दावा किया है कि वहां किसी महिला का बलात्कार नहीं हुआ है। उसने यह भी दावा किया है शाहजंहा शेख बंगाल में ही है।
शाहजहां शेख पर धन शोधन का केस
इस बीच खबर है कि प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने तृणमूल कांग्रेस के फरार नेता शाहजहां शेख पर धन शोधन का केस दर्ज किया है। ईडी ने राशन घोटाले में बंगाल में छह ठिकानों पर छापेमारी भी की है। एक शख्स अरूप सोम के यहां भी ईडी की टीम पहुंची। अरूप पहले सरकारी नौकरी में था, अब मछली का धंधा करता है। इससे पहले 22 फरवरी को ईडी ने शाहजहां को नया समन जारी किया था। इसमें कहा था कि वह 29 फरवरी को जांच के लिए मौजूद रहे।