कोलकाता। उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में हुई हिंसा और महिलाओं के साथ कथित तौर पर यौन दुर्व्यवहार का आरोपी शाहजहां शेख गिरफ्तार हो गया है। लंबी फरारी के बाद हाई कोर्ट के निर्देश पर पश्चिम बंगाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद उसे बशीरहाट अदालत में पेश किया गया, जहां अदालत ने उसे 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। (shahjahan sheikh arrested)
उधर गुरुवार को कलकत्ता हाई कोर्ट ने उसकी जमानत याचिक भी खारिज कर दी। जमानत पर सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस ने उसके वकील से कहा- शाहजहां शेख के खिलाफ 43 मुकदमे दर्ज हैं। ये आदमी कम से कम 10 साल तक कानूनी मामले में आपको बिजी रखने वाला है।
गौरतलब है कि शाहजहां शेख पिछले 55 दिन से फरार चल रहा था। पिछले दिनों अदालत ने उसे एक हफ्ते के अंदर गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था। उसके बाद गुरुवार को उसे पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके ऊपर ईडी की टीम पर हमला कराने का मामला है और साथ ही संदेशखाली की महिलाओं ने गंभीर आरोप लगाए हैं। तृणमूल के इस ताकतवर नेता और उसके सहयोगियों पर जमीन हड़पने, जबरन वसूली और धमकी देने सहित यौन उत्पीड़न के भी आरोप लगे हैं।
हाई कोर्ट ने शाहजहां शेख को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था और बाद में स्पष्ट कर दिया था कि उसने ईडी या सीबीआई को उसे गिरफ्तार करने से नहीं रोका। असल में शाहजहां को लेकर केंद्रीय एजेंसियों और राज्य पुलिस के बीच ठनी है। केंद्रीय एजेंसियां आरोप लगा रही थीं कि पुलिस उसे बचा रही है। तभी मीडिया से बातचीत में बंगाल के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सुप्रतिम सरकार ने सवालिया लहजे में कहा कि केंद्रीय एजेंसी ने शाहजहां को गिरफ्तार क्यों नहीं किया?
वहीं दूसरी ओर ईडी के सूत्रों ने पलटवार करते हुए कहा कि शाहजहां की गिरफ्तारी की स्पीड से पता चलता है कि वह उनके साथ था। असल में पिछले कुछ दिनों से कहा जा रहा था कि शाहजहां शेख पुलिस की हिरासत में है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने अपने नेता शाहजहां शेख को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है। पार्टी के फैसले का ऐलान करते हुए तृणमूल के नेता डेरेक ओ’ ब्रायन ने कहा- एक पार्टी है, जो सिर्फ बोलती रहती है। तृणमूल जो कहती है, वो करती है।