कोलकाता। आरजी कर मेडिकल कॉलेज के 50 डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है। अस्पताल में नौ अगस्त को जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में आमरण अनशन कर रहे जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में 50 सीनियर डॉक्टरों ने एक साथ इस्तीफा दे दिया। खबरों के मुताबिक मंगलवार को मेडिकल कॉलेज में कई विभागों की और उनके प्रमुखों की मीटिंग हुई। इस मीटिंग में इस्तीफा देने का फैसला किया गया।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है। उसके मुताबिक एक सीनियर डॉक्टर ने कहा- जूनियर डॉक्टर एक मकसद के लिए आमरण अनशन कर रहे हैं। हम उनके साथ मजबूती से खड़े हैं और यह संदेश देने के लिए हमने इस्तीफे दिए हैं। गौरतलबू है कि छह जूनियर डॉक्टरों के आमरण अनशन का मंगलवार को चौथा दिन था। डॉक्टरों ने कहा- हम किसी बाहरी दबाव में झुकने वाले नहीं हैं। विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।
गौरतलब है कि जूनियर डॉक्टर पांच अक्टूबर की शाम से आमरण अनशन पर बैठे हैं। वे स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को हटाने सहित नौ मांगों पर अड़े हैं। इस बीच फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन ने पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टरों को समर्थन देने का ऐलान किया है। एसोसिएशन ने कहा है कि नौ अक्टूबर को देशभर में डॉक्टर भूख हड़ताल करेंगे। उधर पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा है कि सरकार अपने सभी वादे पूरी कर रही है। सरकार ने डॉक्टरों से अनशन खत्म करने की अपील भी की है।