कोलकाता। लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों में चल रही उठापटक और नेताओं के पाला बदलने के खेल के बीच एक बड़ी खबर यह कि कलकत्ता हाई कोर्ट के जज जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने पांच मार्च को पद से इस्तीफा दे दिया। इसके कुछ घंटे बाद ही जस्टिस गंगोपाध्याय ने भाजपा में शामिल होने की घोषणा कर दी। बताया जा रहा है कि वे सात मार्च को भाजपा में शामिल हो सकते हैं। पिछले कुछ दिनों इस बात की चर्चा चल रही थी।
संदेशखाली मामला सीबीआई को
हाई कोर्ट से इस्तीफा देने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में जस्टिस गंगोपाध्याय ने राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर हमला किया और कहा कि टीएमसी भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुकी है। जस्टिस गंगोपाध्याय ने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय पार्टी है, जो बंगाल में टीएमसी के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही है। अपने चुनाव लड़ने के बारे में उन्होंने कहा- यह भाजपा नेतृत्व तय करेगा कि वे मुझे लड़ाना चाहते हैं। वे जो भी तय करेंगे, मुझे स्वीकार होगा। माना जा रहा है कि वे तामलुक से चुनाव लड़ सकते हैं।
जीएन साईबाबा हाई कोर्ट से बरी
जस्टिस गंगोपाध्याय ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के दिन अब गिनती के रह गए हैं। उन्होंने कहा- 2009 के लोकसभा चुनावों में सीपीएम के नेतृत्व वाले लेफ्ट का सफाया हो गया था। आखिरकार 2011 के विधानसभा चुनावों में उनकी हार हुई। तृणमूल कांग्रेस का भी यही हस्र होगा। जस्टिस गंगोपाध्याय ने दो मई 2018 को कलकत्ता हाई कोर्ट में बतौर एडिशनल जज ज्वाइन किया था। वे 30 जुलाई 2020 को स्थायी जज बनाए गए थे।