कोलकाता। कलकत्ता हाई कोर्ट के जज के पद से इस्तीफा देने के बाद तीसरे ही दिन जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए। बताया जा रहा है कि पार्टी उनको लोकसभा का टिकट भी देगी। गौरतलब है कि जस्टिस गंगोपाध्याय पांच मार्च को आखिरी बार अदालत में बैठे थे और दोपहर के बाद उन्होंने पूर्वी मेदिनीपुर जिले के एक जज को बरखास्त करने से जुड़ा एक फैसला सुनाया। वह जज के तौर पर उनके जीवन का आखिरी फैसला था। उस फैसले के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जस्टिस गंगोपाध्याय ने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा देने की चिट्ठी लिखी थी।
पांच मार्च को इस्तीफा देने के बाद तीसरे दिन यानी सात मार्च को वे भाजपा में शामिल हो गए। पश्चिम बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी सहित भाजपा के अन्य नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली। बताया जा रहा है कि भाजपा उनको तामलुक सीट से उम्मीदवार बना सकती है।
गौरतलब है कि जस्टिस गंगोपाध्याय के पद पर रहते उनके फैसले को लेकर कई सवाल उठते रहे हैं। उन्होंने ममता सरकार से जुड़े कुल 14 मामलों को केंद्रीय जांच एजेंसियों यानी सीबीआई और ईडी को सौंपा। इन मामलों की जांच पहले पश्चिम बंगाल पुलिस कर रही थी। तब उनके फैसलों का बचाव करते हुए भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और मौजूदा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि राज्य में कानून व्यवस्था फेल हो गई है। लोगों का सरकार और पुलिस पर से भरोसा उठ गया है। लोग अदालत जा रहे हैं और अदालत मामले सीबीआई को सौंप रही है।