देहरादून। दरकते जोशीमठ (Joshimath) में प्रभावित लोगों के पुनर्वास का पैकेज (rehabilitation package) हितधारकों के हितों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है। यह जानकारी शनिवार को एक अधिकारी ने दी।
जोशीमठ के राहत शिविरों में रह रहे प्रभावित परिवारों से शुक्रवार रात मुलाकात करने वाले चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना (Himanshu Khurana) ने कहा कि हितधारक विभिन्न तरीकों से मुआवजा चाहते हैं। उन्होंने कहा, कुछ नकद मुआवजा चाहते हैं, कुछ के पास अपनी जमीन है जहां वे घर बनाना चाहते हैं जबकि अन्य जोशीमठ के भीतर कहीं और बसना चाहते हैं।
जिलाधिकारी ने कहा, हमें पुनर्वास पैकेज तैयार करते समय यह सब ध्यान में रखना होगा ताकि यह सभी के हित में हो और टिकाऊ हो। उन्होंने कहा कि राहत शिविरों में ‘अच्छी’ व्यवस्था की गई है। खुराना ने कहा, मैंने वहां रात्रि भोजन किया और लोगों से बातचीत की। इंतजाम अच्छे हैं और उन्हें परोसा जा रहा खाना भी अच्छा है।
इस बीच, चमोली जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि प्रभावित लोगों को निकालने का काम जारी है और अब तक 185 परिवारों को राहत केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है। इसने कहा कि जिन मकानों में दरारें आई हैं उनकी संख्या 760 है जिनमें से 147 को असुरक्षित चिह्नित किया गया है।