राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

फिर मायूस होंगे बीजेपी कार्यकर्ता

देहरादून। सीएम पुष्कर सिंह धामी सरकार में दायित्व की उम्मीद लगाए बैठे भाजपा नेताओं का इंतजार खत्म होगा या फिर नेताओं को दायित्व बंटवारे के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा।

भाजपा की उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) सरकार बनने के बाद से ही दायित्व बंटवारे को लेकर नेताओं की नजर थी। राजनीतिक सूत्रों की बात मानें तो दायित्व बंटवारे को लेकर लॉबिंग तक शुरू हो गई थी। लेकिन, दायित्व बंटवारों पर सिर्फ अटकलों का बाजार गर्म रहा था। प्रदेश कार्य समिति की बैठक के बाद भाजपा पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा कि उत्तराखंड में दायित्व वितरण की जरूरत तो है, लेकिन अभी पार्टी महा जनसंपर्क अभियान पर फोकस कर रही है।

दायित्व बंटवारे को लेकर भाजपा (BJP) नेताओं को अभी इंतजार करना पड़ सकता है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने इसके संकेत दिए हैं। विदित है कि पिछले साल मार्च में सरकार के गठन के बाद से भाजपा के नेता दायित्व मिलने का इंतजार कर रहे हैं। पार्टी के स्तर से भी कई बार जल्द दायित्व वितरण की बात कही जा चुकी है। लेकिन अभी तक यह कवायद शुरू नहीं हो पाई है। पिछले दिनों पार्टी के राज्य संगठन की ओर से दायित्व के लिए नेताओं की सूची केंद्रीय नेतृत्व को भेजी भी गई थी। लेकिन इस संदर्भ में अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है। विदित है कि राज्य में पार्टी के नेता अभी न केवल दायित्व वितरण का इंतजार कर रहे हैं बल्कि मंत्रिमंडल की चार सीटें भी खाली चल रही हैं।

जिस पर कई विधायकों की नजरें टिकी हुई हैं। हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि दायित्व वितरण व कैबिनेट विस्तार (cabinet expansion) अब बागेश्वर (Bageshwar) उपचुनाव (by-election) होने के बाद ही होने की उम्मीद है। भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने भी इसके संकेत देते हुए कहा कि अभी पार्टी महा जनसंपर्क पर फोकस कर रही है। उनसे जब पूछा गया कि क्या पार्टी को इसकी जरूरत नहीं लगती? तब उन्होंने कहा कि आवश्यक्ता तो है और पार्टी इस पर जरूरत विचार करेगी। कहा कि पार्टी हाईकमान से भी चर्चा की जाएगी। महाअभियान पर फोकस करना जरूरी है। (आईएएनएस)

By NI Desk

Under the visionary leadership of Harishankar Vyas, Shruti Vyas, and Ajit Dwivedi, the Nayaindia desk brings together a dynamic team dedicated to reporting on social and political issues worldwide.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *