Chardham Yatra: देशभर में झमाझम बारिश का दौर चल रहा है. पहाड़ों से लेकर मैदानों तक भारी बारिश हो रही है. बात करें देवभूमि उत्तराखंड की तो वहां हाल-बेहाल हो रखा है. हाल ही में केदारनाथ में भूस्खलन की घटना सामने आई है. यह घटना 10 सितंबर की बताई जा रही है जिसमें 5 लोगों के मौत की सूचना आई है. उत्तराखंड में मानसून अंतिम दौर में चल रहा है. मानसून अपने अंतिम दौर में तबाही मचा रहा है. (Char Dham Yatra)
मौसम विभाग ने 11 से 14 सितंबर तक प्रदेश के पर्वतीय जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग का कहना है विदाई के वक्त मौसम के तीखे तेवर नजर आएंगे. मौसम वैज्ञानिकों ने हिदायत देते हुए कहा है कि संवेदनशील इलाकों में सतर्क रहने की आवश्यकता है. इसके साथ ही चारधाम यात्रियों को सतर्क रहने का अलर्ट जारी किया है.
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संवेदनशील क्षेत्रों में सतर्क रहने की सलाह
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी एडवाइजरी में बुधवार को हरिद्वार,उत्तरकाशी और टिहरी जिले के कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होगी. इन इलाकों में मौसम विभाग ने अरेंज अलर्ट जारी किया गया है. जबकि कुमाऊँ मंडल के बागेश्वर जिले में भी मूसलाधार बारिश होने की आशंका है. (Chardham Yatra) इसके अलावा देहरादून, नैनीताल, उधम सिंह नगर, चमोली रुद्रप्रयाग,चंपावत और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों में गर्जना के साथ तेज बारिश होगी. इन जिलों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है.
15 सितंबर को विदा होगा मानसून
मौसम विज्ञान केंद्र के निर्देशक विक्रम सिंह का कहना है कि उत्तराखंड में मानसून 15 सितंबर को विदा होगा. इससे पहले प्रदेश के पर्वतीय जिलों के साथ-साथ मैदानी इलाकों में कहीं-कहीं अत्यधिक बारिश होगी. 14 सितंबर तक संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है. (Chardham Yatra) साथ ही जो लोग इस दौरान यात्रा करने पर विचार कर रहे हैं वह सावधानी पूर्वक यात्रा करें. बहुत जरूरी नहीं है तो यात्रा करने से बचें. इस मौसम में भूस्खलन होने का खतरा ज्यादा रहता है इस कारण जान जाने का खतरा हर वक्त बना रहता है.