देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने नई दिल्ली से शनिवार को उच्च अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक ली। बैठक में वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं की रोकथाम, पेयजल संकट से निपटने के साथ ही चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर समीक्षा की। मुख्यमंत्री की इस समीक्षा बैठक में शासन के उच्च अधिकारी वर्चुअली देहरादून से उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को समन्वय के साथ कार्य करने, वनाग्नि के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ही सौर ऊर्जा पर विशेष ध्यान देने, जल संरक्षण और संवर्धन के साथ चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के लिए सभी तैयारियों को चाक चौबंद करने के निर्देश दिए। Pushkar Singh Dhami
राज्य की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने शनिवार को वर्चुअल मोड में समीक्षा बैठक की। उन्होंने निर्देश दिया राज्य में तीन महत्वपूर्ण चुनौतियों के बारे में — फॉरेस्ट फायर, पेयजल की किल्लत और चारधाम यात्रा। इस बैठक में सभी जिलों के अधिकारी और राज्य स्तर के सभी अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने आगे कहा कि फॉरेस्ट फायर के लिए सभी लोग मिल कर काम करेंगे। जन जागरूकता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। खेत की पराली से जंगल में आग फैलती है। उन्होंने उत्तराखंड की जनता से अपील की कि कोई भी उत्तराखंड निवासी आग न लगाए। इस समय कोई भी आग की एक चिंगारी भी बहुत तेजी से जंगल में फैलती है।
उससे बहुत ज्यादा धुआं और प्रदूषण होता है और सभी को कठिनाई होती है। साथ ही पेयजल (Drinking Water) की किल्लत के लिए हम योजना बना रहे हैं। वहीं सभी सरकारी बिल्डिंग पर सोलर पैनल (Solar Panel) लगाए जाएंगे। ऊर्जा की आवश्यकता भी तेजी से प्रदेश में बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही चारधाम यात्रा को लेकर मुख्य सचिव ने बताया कि इसके लिए अभी एक हफ्ते का समय है। सारी सड़कें दुरुस्त हो जायेंगी। सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। कोई भी कूड़ा ना फेंकें। प्लास्टिक मुक्त चारधाम यात्रा कराने का हम लोग प्रयास कर रहे हैं। सभी श्रद्धालुओं का चारधाम में स्वागत है। सभी लोग आएं और सुरक्षित यात्रा करें।
यह भी पढ़ें: