अयोध्या। रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक कार्यक्रम के लिए पूरी अयोध्या को अभेद किला बना दिया गया है। चप्पे चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं और आधुनिक तकनीक, सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन के जरिए हर कोने की निगरानी की जा रही है। ऊंची इमारतों पर स्नाइपर्स तैनात किए गए हैं। अयोध्या में बाहरी लोगों का प्रवेश बंद हो गया है। रामलला विराजमान के दर्शन भी दो दिन पहले ही बंद कर दिए गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हजारों महत्वपूर्ण लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं। इसे देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। अयोध्या पहुंच रहे महत्वपूर्ण लोगों के विमानों के लिए 12 शहरों के हवाईअड्डों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
बहरहाल, प्राण प्रतिष्ठा से पहले हेलीकॉप्टर और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। सड़क पर जगह जगह कमांडोज तैनात हैं। अयोध्या की सीमाएं सील कर दी गई हैं। शनिवार से ही अयोध्या में उसी को एंट्री मिली, जिसके पास प्राण प्रतिष्ठा का न्योता और पास है। हवाईअड्डे से लेकर राम मंदिर तक सभी ऊंची इमारतों में स्नाइपर्स तैनात कर दिए गए हैं। यहां तक की सरयू में सैर करती नावों पर भी। मंदिर के आसपास घरों में पहुंचे मेहमानों की सूची तक चेक की गई है।
बताया गया है कि अयोध्या में 25 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं। सुरक्षा और निगरानी का काम 31 आईपीएस अधिकारी संभाल रहे हैं। 10 हजार सीसीटीवी और आर्टिफिशियल इंटीलेजेंस से युक्त तकनीक से हर शख्स पर नजर रखी जा रही। इसके अलावा एंटी ड्रोन सिस्टम लगाए गए हैं। राम मंदिर के परिसर में सुरक्षा के छह स्तर हैं। वहां एसपीजी, सीआईएसएफ, स्पेशल कमांडो, सीआरपीएफ, एनएसजी और एटीएस के कमांडों तैनात हैं। खुफिया एजेंसियों के लोग सादी वर्दी में हर जगह हैं। सुरक्षा के लिहाज से अयोध्या को नौ जोन में बांटा गया है। राम मंदिर को रेड जोन में रखा गया है।