लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गैंगेस्टर और मुख्तार अंसारी की मौत की न्यायिक जांच होगी। बांदा जिले के कलेक्टर के अनुरोध पर जिले के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी यानी सीजेएम ने जांच की अनुमति दे दी है। mukhtar ansari death
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की दिल का दौरा पड़ने से गुरुवार यानी 28 मार्च की रात को मौत हो गई थी। उसे उल्टी की शिकायत होने पर बेहोशी की हालत में रात करीब साढ़े आठ बजे जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। नौ डॉक्टरों ने इलाज किया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
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इसके अगले दिन शुक्रवार को उसका शव गाजीपुर के उसके पैतृक गांव भेजा गया, जहां शनिवार की सुबह उसे दफनाया जाएगा। इससे पहले शुक्रवार को तीन डॉक्टरों के पैनल सहित पांच लोगों की टीम ने मुख्तार का पोस्टमॉर्टम किया।
सुबह 11 बजे शुरू हुआ पोस्टमॉर्टम दोपहर डेढ़ बजे तक चला। पोस्टमॉर्टम की प्राइमरी रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई है। इसके बाद सड़क के रास्ते मुख्तार का शव गाजीपुर ले जाया गया। शनिवार को काली बाग कब्रिस्तान में उसे दफनाया जाएगा।
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इस बीच मुख्तार के बेटे उमर ने बांदा कलेक्टर को चिट्ठी लिख कर मांग थी कि उनके पिता मुख्तार का दिल्ली एम्स में पोस्टमॉर्टम कराया जाए। उधर, बांदा कलेक्टर की सिफारिश पर मुख्तार की मौत मामले की न्यायिक जांच के आदेश सीजेएम ने जारी किए हैं।
मुख्तार की मौत और उसे लेकर चल रहे विवाद के बीच पूरे राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मऊ और गाजीपुर में धारा 144 लागू कर दी गई है। बांदा में भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे।