लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार में यूं तो सभी दलों के कद्दावर नेताओं ने पसीना बहाया लेकिन यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने केवल अपने प्रदेश में ही नहीं बाहरी राज्यों में भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन प्रत्याशियों (NDA) के पक्ष में धुआंधार प्रचार किया और अबकी बार 400 पार के संकल्प को धार दी।
पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश से चुनकर देश का नेतृत्व करते हैं। इनके कंधों पर अपनी संसदीय सीटों के साथ ही पूरे देश के राजग प्रत्याशियों को जिताने का दारोमदार रहा। ऐसे में योगी ने ‘अपने नेता’ पीएम मोदी और राजनाथ सिंह की सीटों पर उनके साथ व अकेले भी कई बार पहुंचकर मतदाताओं से संवाद किया और अपनी गृह सीट गोरखपुर में भी सीएम योगी ने सात से अधिक रैली, कार्यक्रम व रोड शो किया। इसके साथ ही नए प्रत्याशियों के लिए भी सीएम योगी ने कई-कई बार मतदाताओं से संवाद कर ‘अबकी बार-400 पार’ के लिए 80 को आधार बनाने की अपील की।
योगी ने वाराणसी में आठ चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इसमें से अधिकांश में प्रधानमंत्री व काशी के सांसद नरेंद्र मोदी खुद भी शामिल रहे। मुख्यमंत्री ने तीन अप्रैल को वाराणसी लोकसभा चुनाव संचालन समिति की बैठक की। पीएम संग 13 मई को रोड शो, 14 मई को कार्यकर्ता सम्मेलन, 14 मई को नामांकन, 21 मई को नारी वंदन सम्मेलन में सीएम भी शामिल हुए। सीएम ने 25 मई व 27 मई को जनसभा की और 27 मई को ही वाराणसी के अधिवक्ता से संवाद स्थापित किया। लखनऊ के सांसद व राजनाथ सिंह संग योगी ने नामांकन से पहले 29 अप्रैल को रोड शो किया। इसके अलावा सीएम 14 मई, 15 मई, 16 मई, 17 मई को विभिन्न जनसभाओं में भी शामिल हुए।
गोरखपुर से भाजपा सांसद व प्रत्याशी रवि किशन के लिए भी योगी ने मतदाताओं से संवाद किया। गोरखपुर में 4 अप्रैल को लोकसभा चुनाव संचालन समिति की बैठक की। 10 मई को नामांकन सभा, 24 मई, 26 मई, 28 मई, 29 मई जनसभा की और 29 मई को यूपी का आखिरी चुनावी कार्यक्रम रोड शो भी सीएम योगी ने गोरखपुर में ही किया।
श्रीराम की नगरी अयोध्या भी योगी के केंद्र में रही। निरंतर अयोध्या में विकास कार्यों का निरीक्षण करने,साधु-संतों से भेंट करने के साथ ही नियमित रूप से रामलला व हनुमानगढ़ी दरबार भी पहुंचते हैं। फैजाबाद लोकसभा सीट के मतदाता भारतीय जनता पार्टी से भावनात्मक लगाव रखते हैं। इस सीट पर नरेंद्र मोदी ने रोड शो भी किया था। इसमें योगी भी शामिल रहे। इसके साथ ही दो अन्य जनसभाओं के माध्यम से उन्होने मतदाताओं से अपील कर कमल के पक्ष में रिकॉर्ड बनाने की अपील की।
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