लखनऊ। लोकसभा चुनाव में पिछली बार जीती सभी 10 सीटें और उत्तर प्रदेश में करीब चार फीसदी वोट गंवाने के बाद बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को एक बार फिर अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया है। इसके साथ ही उन्होंने आकाश को नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी भी सौंप दी है। आकाश आनंद अब पूरे देश में पार्टी का काम देखेंगे। रविवार, 23 जून को बसपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मायावती ने इसका ऐलान किया।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आकाश भी शामिल हुए। उन्होंने मायावती के पैर छुकर आशीर्वाद लिया। गौरतलब है कि मायावती ने लोकसभा चुनाव के बीच सात मई को आकाश को अपरिपक्व बताते हुए पार्टी के सभी अहम पदों से हटा दिया था। अब दोबारा उनको उत्तराधिकारी बनाते हुए बसपा प्रमुख ने कहा- आकाश मेरे एकमात्र उत्तराधिकारी रहेंगे। मुझे उम्मीद है कि अब वह परिपक्वव नेता के रूप में जरूर उभरेंगे। पार्टी के लोग भी इनका हौसला बढ़ाएंगे, ताकि आकाश आगे चलकर मेरी उम्मीदों पर खरा उतरें।
लोकसभा चुनाव में हार के बाद मायावती ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पहली बैठक बुलाई थी। तीन घंटे तक चली इस बैठक में मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी अब उपचुनाव भी लड़ेगी। इससे पहले बसपा उपचुनाव नहीं लड़ती थी। लेकिन इस बार वह राज्य में 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भी लड़ेगी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आकाश आनंद, पिता आनंद कुमार और सतीश चंद्र मिश्रा के साथ बैठे। वे उन्हीं के साथ मीटिंग में आए थे। बैठक में राज्य और राष्ट्रीय स्तर के दो सौ से ज्यादा पदाधिकारी शामिल हुए।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने मायावती को चुनाव में हार की रिपोर्ट सौंपी। इसको लेकर भी मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। इससे पहले बसपा ने 21 जून को उत्तराखंड में दो सीटों पर होने वाले उप चुनाव में स्टार प्रचारकों की सूची जारी की। इसमें आकाश का नाम दूसरे नंबर पर था। तभी अंदाजा लगाया जा रहा था कि मायावती की भतीजे से नाराजगी दूर हो गई है।