नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट से एक बार फिर भाजपा की टिकट की उम्मीद लगाए बैठे सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह पर लगे महिला पहलवानों के यौन शोषण के मामले में गुरुवार को अदालत में सुनवाई हुई। अदालत में ब्रजभूषण ने कहा कि जिस दिन के आरोप लगे हैं उस दिन वे दिल्ली में थे ही नहीं। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह गुरुवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंचे थे।
बृजभूषण का दावा है कि घटना के वक्त सात सितंबर 2022 को वे दिल्ली में नहीं थे। इसलिए इन आरोपों की जांच की जाए। उन्होंने सीडीआर की कॉपी भी मांगी है। दलीलों के बाद कोर्ट ने 26 अप्रैल तक के लिए फैसला सुरक्षित रख लिया। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में जून 2023 में ब्रजभूषण के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था। उनके खिलाफ कई धाराओं के तहत आरोप लगे थे। इसी मामले पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के पहलवानों बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट आदि ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन किया था।
गौरतलब है कि बृजभूषण शरण सिंह उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट से 2009 से लगातार सांसद हैं। कैसरगंज लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में यानी 20 मई को वोटिंग होनी है। वहां 26 अप्रैल से नामांकन शुरू होगा और तीन मई आखिरी तारीख है। भाजपा ने अभी तक इस सीट से उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है। माना जा रहा है कि महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों की वजह से ब्रजभूषण की टिकट कट सकती है। ऐसे में कैसरंगज सीट से भाजपा के तरबगंज विधायक प्रेमनारायण पांडेय और करनैलगंज विधायक अजय सिंह मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।