कन्याकुमारी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन दिन का ध्यान शनिवार को खत्म कर दिया। उन्होंने कन्याकुमारी के विवेकानंद स्मारक शिला में 45 घंटे की ध्यान साधना की। वे 30 मई की शाम को कन्याकुमारी पहुंचे थे। उन्होंने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के सामने ध्यान लगाया। इसके कई वीडियो भी सामने आए। प्रधानमंत्री ने विवेकानंद शिला के पास स्थित तमिल कवि तिरुवल्लुवर की 133 फीट ऊंची प्रतिमा के दर्शन किए। उन्हें नमन किया। इसके बाद वे शनिवार को दोपहर तीन बजे वहां से बाहर निकले।
मोदी ने बाहर आकर संदेश कहा- फिर से ये संकल्प दोहराता हूं कि मेरे जीवन का हर पल देश को समर्पित है। मोदी ने कहा यह साधना अविस्मरणीय क्षणों में से एक रही। इस दौरान अलौकिक और अद्भुत ऊर्जा का अनुभव किया। शनिवार को उनके ध्यान का तीसरा दिन था। आखिरी दिन उनके जो वीडिया सामने आए उसमें वे सूर्योदय के समय सूर्य को अर्घ्य देते दिखे। उन्होंने ध्यान मंडपम की परिक्रमा भी की।
इससे पहले सातवें चरण का प्रचार समाप्त होने के बाद प्रधानमंत्री के ध्यान करने के खिलाफ तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी ने मद्रास हाईकोर्ट में याचिका दायर की। याचिका में कहा गया है कि प्रधानमंत्री की विवेकानंद रॉक यात्रा पर कोई आपत्ति नहीं कर सकता है, लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें चरण के मौन पीरियड के दौरान उनकी यात्रा हिंदू भावनाओं को भड़काने और अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करके वोट हासिल करने की कोशिश है। इसलिए इस पर कार्रवाई होनी चाहिए।