Mysterious Temples Of India: भारत में कई तरह के अद्भुत और चमत्कारों से भरे मंदिर है जहां के रहस्य वैज्ञानिकों के भी समझ के बाहर है. भारत के अधिकांश मंदिर मान्यताओं और चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध हैं. भारत के मंदिरों में शरीब का भोग लगना एक रहस्य बना हुआ है. कई मंदिर ऐसे है जहां देवी-देवताओं को शराब का भोग लगाया जाता है. और वहीं कई मंदिर ऐसे है जहां केवल दर्शन से ही शराब की आदत छूट जाती है.
जी हां, आज हम बात कर रहे है आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में पांडुरंगा स्वामी मंदिर की. जिसकी मान्यता और चमत्कार बड़े ही अनोखे है. मान्यता के अनुसार पांडुरंगा स्वामी मंदिर में भगवान के दर्शनमात्र से लोग शराब पीना छोड़ देते हैं. इस मंदिर में श्रद्धालु श्रद्धा से भगवान से प्रार्थना करते हैं और सच्चे मन से की गई प्रार्थना शराब की आदत को जड़ से खत्म कर देती है. अगर कोई भगवान के सामने झूठी कसम खाता है , तो उसे पांडुरंगा स्वामी 3 महीने के अंदर दंडित करते हैं. श्रद्धालु विश्वास करते हैं कि भगवान की शक्ति और न्याय यहां हर भक्त के जीवन को सुधारने में सक्षम है।
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यह है पांडुरंगा स्वामी मंदिर की मान्यता
पांडुरंगा स्वामी मंदिर अनंतपुर के रायदुर्गम के उंटाकल्लू गांव में स्थित है. ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों को नशे करने की आदत है वो अगर एक बार स्वामी की पूजा करें, तो उनकी शराब की लत छूट जाती है. यहां के लोगों का कहना है कि पांडुरंगा स्वामी की महिमा अपरम्पार है. हर दिन यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान की पूजा-अर्चना करने के लिए आते हैं. शराब के नशे के आदी लोगों को यहां भगवान के दर्शन के बाद पांडुरंगा माला पहनने को दी जाती है. दावा है कि इस माला के प्रभाव से धीरे-धीरे लोग शराब के नशे की लत से मुक्त हो जाते हैं.
स्वामी मंदिर की पांडुरंगा माला की महिमा
पांडुरंगा माला पहनने को लेकर नियम होते हैं. यह माला महीने में केवल दो दिन ही पहनना होता है. वह दिन शुक्ल एकादशी और कृष्ण एकादशी का होता है. इस मंदिर में कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों के लोग शराब की लत छुड़ाने की मनोकामना लेकर भगवान के दर्शन करने आते हैं. (Mysterious Temples Of India)
जो लोग पांडुरंगा माला पहनना चाहते हैं, उन्हें 100 रुपये का भुगतान करना होगा. इसे लेने के लिए एकादशी तिथि से कुछ दिन पहले मंदिर में एक टोकन प्राप्त करना होगा. मंदिर के मुख्य पुजारी टोकन नंबर के आधार पर गले में माला पहनाते हैं. माला के लिए दिए गए 100 रुपये को छोड़कर श्रद्धालुओं से कोई पैसा नहीं लिया जाता है. जो भक्त माला धारण करते हैं, उन्हें लगातार तीन एकादशी तिथियों में मंदिर में भगवान के दर्शन करने चाहिए. सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक पांडुरंगा स्वामी के दर्शन श्रद्धालु कर सकते हैं.